डीएम ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर की समीक्षा बैठक
नई टिहरी। कोरोना से सुरक्षा एवं बचाव हेतु किये जा रहे कार्यो को लेकर जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा की।
कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रो-ऐक्टिवली तैयारियां की जारी है। जिसके तहत 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के आंकड़े शतप्रतिशत शुद्धता के साथ उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में से ऐसे बच्चों का पृथक से चिन्हीकरण कर लिया जाय, जिनका स्वास्थ्य अक्सर खराब रहता है या किसी प्रकार की बीमारी से ग्रसित है। ताकि उनके उपचार हेतु आवश्यक तैयारियां की जा सके।
कोविड वैक्सीनेशन के संबंध ने जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि वैक्सीनेशन के महा अभियान के शुभारंभ 21 जून को जनपद के लिए दैनिक रूप से 5000 का लक्ष्य दिया गया है। जिसकी प्राप्ति हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा औसतन 38 सैशन साइटों पर टीकाकरण करते हुए लक्ष्य से अधिक की उपलब्धी हासिल की जा रही है। जबकि प्रदेश में जनपद टिहरी टीकाकरण को लेकर पांचवे स्थान पर है।
कोविड टीकाकरण के महा अभियान के शुभारंभ 21 जून को 5000 के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 6029, 22 जून को 6335, 23 जून को 5397 व 24 जून को सायें 5 बजे तक 6358 व्यक्तियों को वैक्सीनेट किया गया। उन्होंने बताया कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 114830 व्यक्तियों (80%) व 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 23 प्रतिशत व्यक्तियों का कोविड टीकाकरण किया जा चुका है।
जनपद में गत 24 घंटो में कोरोना संक्रमण के केवल 3 मामले सामने आए है। जिसपर जिलाधिकारी ने कोविड ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारियों/कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि कोविड में तैनात सभी अधिकारियों/ कर्मचारियों ने पूरे मनोयोग से कार्य किया है साथ ही जनप्रतिनिधियों/स्वयं सेवी संस्थाओं/ समग्र जनमानस के सक्रिय सहयोग व शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशो संबंधी गाइडलाइन/एसओपी का अनुपालन करने से ही कोरोना पर काबू कर पाए है।
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियो को निर्देश दिए कि कोरोना के संबंध में जारी एसओपी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। किसी भी स्थिति में लापरवाही न बरतें जाने की भी बात कही।
बैठक में सीडीओ नमामी बंसल, सभी उपजिलाधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी प्रभारी चिकित्सधिकारी उपास्थित थे।