अतिरिक्त सीटों पर प्रवेशित छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए कार्यपरिषद की बैठक जल्द- डा0 ध्यानी
देहरादून/नई टिहरी। 29 जुलाई । राज्य के 14 निजी महाविद्यालयों/संस्थानों द्वारा स्वीकृत सीटों से ज्यादा अवैध प्रवेश करने पर और विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा कराने के प्रकरण पर कुलपति डा0 पी.पी. ध्यानी ने आन्तरिक जांच के आदेश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जांच में पाए गए दोषी निजी महाविद्यालय/ संस्थान और विश्वविद्यालय के अधिकारी/ कर्मचारी किसी भी हालत में बख्शें नही जायेंगे।
डा0 ध्यानी ने यह भी अवगत कराया कि इस पूरे प्रकरण पर छात्र-छात्राओं का कोई दोष नहीं है। लेकिन निजी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय के कतिपय कर्मचारियों/ अधिकारियों के घालमेल के कारण छात्रों का परीक्षा फल घोषित न होने से उनका नुकसान हो रहा है। इसलिए व्यापक छात्र हित में परीक्षा परिणाम घोषित करने हेतु कार्य परिषद की बैठक शीघ्रतिशीघ्र बुलाने का निर्णय लिया है।
डा0 ध्यानी ने बताया कि कार्यपरिषद् में 14 निजी महाविद्यालय द्वारा स्वीकृत सीटों से ज्यादा अवैध प्रवेश करने पर कठोर कार्यवाही करने हेतु निर्णय लिया जायेगा। सम्पूर्ण जांच के बाद, अतिरिक्त सीटों पर परीक्षायें कराने पर विश्वविद्यालय के संलिप्त कर्मचारी/अधिकारी, यदि कोई भी हों और किसी भी स्तर पर हों, तो उन पर कठोर कार्यवाही होगी चाहे विश्वविद्यालय पर कोई भी दबाव क्यों न हो।
डा0 ध्यानी ने कहा कि विश्वविद्यालय की छवि को खराब करने वाले कर्मचारियों/अधिकारियों पर भी निर्णायक कार्यवाही होगी। आज कुलपति ने वर्ष 2013 से विश्वविद्यालय में आयोजित सभी परीक्षाओं के ” प्रवेश और परीक्षा ” की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने हेतु कुलसचिव को निर्देशित किया है।
डा0 ध्यानी ने अवगत कराया कि विश्वविद्यालय की मजबूत नींव बनाने के लिये सर्वप्रथम शैक्षणिक भ्रष्टाचार को हर स्तर (विश्वविद्यालय और निजी महाविद्यालय) पर समाप्त करना जरूरी है। यद्यपि यह एक बहुत बड़ी चुनौती है, फिर भी वे इस दिशा में अपने कर्तव्यों का पालन करने हेतु बाध्य हैं।