हत्या का पर्दाफाश, अभियुक्त गिरफ्तार
छोटे से विवाद को लेकर युवक ने वृद्धा की कर दी थी हत्या,ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
नई टिहरी। थाना हिंडोला खाल के अंतर्गत ग्राम काफुलधार पट्टी लामरी धार में गांव की एक 75 वर्षीय वृद्ध महिला की संदिग्ध मौत की अनसुलझी गुत्थी पुलिस सुलझाने में कामयाब रही। पुलिस ने अभियुक्त को हिंडोला खाल क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त के खिलाफ 302 व अन्य सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
उक्त प्रकरण जनपद के थाना हिंडोलाखाल क्षेत्र का है, जहां पर ग्राम काफुलधार, पट्टी लामरी धार में गांव की ही एक 75 वर्षीय वृद्ध महिला श्रीमती भामा देवी पत्नी स्व0 कलम सिंह पंवार का मृत शरीर चोटिल अवस्था में दिनांक 18 जून 2021 उनके मकान के नीचे के खेतों में पत्थरों के नीचे मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी।
उक्त घटना के बाद मृतका की बेटी श्रीमती उर्मिला पत्नी बृजमोहन द्वारा थाना हिंडोला खाल में 20 जून 2021 को एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिस पर थानाध्यक्ष हिंडोला खाल द्वारा मामले का अन्वेषण प्रारम्भ किया गया था।
एसएसपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि उक्त प्रकरण में वीरेंद्र पंवार उर्फ विपिन-28 वर्ष पुत्र लक्ष्मीचंद पंवार निवासी कफलना पट्टी लामरीधार थाना हिंडोला खाल को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने पुलिस टीम को बधाई देते हुए ढ़ाई हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की है।
अभियुक्त ऐसे आया चंगुल में
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त घटना के दिन से ही फरार था तथा दिल्ली किसी होटल में काम कर रहा था। इसके साथ ही घटना के दिन से अगले दिन तक अभियुक्त का मोबाइल स्विच ऑफ था। जिसके चलते वह पुलिस के रडार पर था। पुलिस ने जब अभियुक्त से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। अभियुक्त ने बताया कि वह शराब पीने गया था, उसने भामा देवी से पानी मांगा उसके द्वारा जब पानी नहीं दिया गया तो दोनों में विवाद हो गया। उसने भामा देवी को धक्का दे दिया और उसके सिर पर चोट लगने से मौत हो गई।
डर के मारे पत्थरों के नीचे दबा दी थी लाश
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त ने पकड़े जाने के डर से मृतका की लाश को 25-30 मीटर नीचे खेतों में पत्थरों से दबा दिया। जब उसकी शर्ट पर खून के निशान पड़ गए तो उसने मृतका के घर से उसके मृतक पति की शर्ट पहन ली और फरार हो गया।
SSP ने खुद किया था मुआयना
घटना राजस्व क्षेत्र के अंतर्गत घटी लेकिन जब मामला पुलिस के हाथ में आया तो एसएसपी तृप्ति भट्ट, एएसपी राजन सिंह तथा सीओ महेश चंद्र बिंजोला द्वारा घटनास्थल का मौका मुआयना किया गया।
टीम को किया पुरुस्कृत
सम्पूर्ण पुलिस टीम को एसएसपी टिहरी गढ़वाल व उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र की तरफ से पुरुस्कृत करने की घोषणा भी की गई।
पुलिस की संयुक्त टीम की गठित
एसएसपी ने उक्त घटना के अनावरण एवं अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की एक विशेष टीम गठित की थी। जिसमें रविंद्र यादव प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कीर्तिनगर, जितेंद्र कुमार थानाध्यक्ष हिंडोला खाल, विक्रम बिष्ट प्रभारी एसओजी टिहरी, मयंक त्यागी चौकी प्रभारी धनोल्टी, योगेंद्र चौहान, दीपक, उबेद, हिमांशु व आशीष नाथ सभी एसओजी शामिल रहे।
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अब जाकर काफुल धार वाली दादी की आत्मा को मिली होगी शांति
(श्रीमती भामा देवी इलाके में काफुल धार वाली दादी के नाम से भी लोकप्रिय थी)
*काफुल धार में रहती थी एक प्यारी सी दादी। जिसको लगभग सभी लोग दादी के नाम से जानते थे, दादी की दो बालिकाएं हैं जिनकी शादी हो चुकी है। दादा कलम सिंह जी की पिछले वर्ष ही स्वर्गवास हो गया था। दादी अपने घर में अपने ही एक कुत्ते के साथ अकेली रहती थी।
दादा दादी पिछले साठ सालों से वहां (काफूल धार) में रहते थे। गांव के बच्चे जब स्कूल आते-जाते थे तो वहां पर दादा और दादी हमेशा अपने काम धंधे में व्यस्त दिखते थे । दादी लगभग दो किलोमीटर दूर करास के धारे जाती थी । ठंडा पानी सूखने के बाद दादी की पानी लाने की यात्रा अब कुछ और बढ़ गई थी । काफी समय से दादी अकेले ही जीवन यापन कर रही थी । उनकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं था और अब काफी बुजुर्ग भी हो गई थी। आंख और कान भी लगभग 75-80 की उम्र में धोखेबाज निकले। फिर भी ऐसा जज्बा कि खुद ही अपने कुदाल से अपने आसपास के खेतों को खोदकर दाल सब्जी का जुगाड़ खुद कर लेती थीं। रोज दो किलोमीटर दूर एक छोटा सा बर्तन लेकर पानी के लिए करास तक की पैदल यात्रा, जंगल से लकड़ियां लाना, सोमवार को पीपल के पेड़ में पानी चढ़ाना आदि दादी का रोजमर्रा के काम था। जिंदादिली व कभी हार न मानने वाली दादी को कर्म पर विश्वास था और वह शायद अब अपनी परिस्थितियों की आदी हो गयी थी।