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बड़ी खबर: कैबिनेट मंत्री और विधायक ने छोड़ी भाजपा, कांग्रेस में की वापसी

बड़ी खबर: कैबिनेट मंत्री और विधायक ने छोड़ी भाजपा, कांग्रेस में की वापसी
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नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। सरकार के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य अपने विधायक बेटे संजीव आर्य समेत आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। यह एक चौंकाने वाली खबर तब भी आई थी जब वह बेटे सहित रातों रात कांग्रेस छोड़ बीजेपी से टिकट लेकर उत्तराखंड लौटे थे। आज फिर उन्होंने वही किया। आज दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस की सदस्यता लेकर दोनों नेताओं ने घर वापसी कर ली है। इससे भाजपा में खलबली है। अभी कुछ और की भी घर वापसी के कयास लगाये जा रहे हैं।

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य ने सोमवार को कांग्रेस में वापसी कर ली है। यशपाल के साथ उनके बेटे संजीव आर्य भी दोबारा कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। 

आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में घर वापसी की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक आर्य के सरकारी आवास पर पहुंचे थे। मान मनौव्वल के बाद मुख्यमंत्री धामी और यशपाल आर्य ने नाराजगी की खबरों को सिरे से खारिज किया था।

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और हरीश रावत भी दिल्ली में मौजूद रहे। दिल्ली में कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की उपस्थिति में प्रेस वार्ता में यशपाल और संजीव आर्य ने वापसी की घोषणा की। 

आपको बता दें कि यशपाल आर्य उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और बाजपुर से विधायक हैं तो उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल सीट से विधायक हैं। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पास परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन और आबकारी विभाग थे।

बताते चलें कि यशपाल और संजीव आर्य ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। भाजपा ने तब दोनों को प्रत्याशी भी बनाया था। दोनों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया। यशपाल आर्य छह बार विधायक रह चुके हैं। वह पूर्व में उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। यशपाल आर्य पहली बार 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने थे। वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं।

उधर यशपाल आर्य और संजीव आर्य की कांग्रेस में गहड़ वापसी पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खुशी जताई है और कहा कि उनका तहेदिल से पार्टी में स्वागत है।

उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि उत्तराखंड सरकार में वरिष्ठ मंत्री व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की कांग्रेस में घर वापसी से भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।

प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार की कैबिनेट में तमाम पुराने कांग्रेसी हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि लीडरशीप की कमी कांग्रेस में नहीं भाजपा में है। कांग्रेस के नेताओं को आयात करके उन्होंने सरकार बनाई और आज भी उनकी कैबिनेट कांग्रेस से आयात किए गए नेताओं के दम पर चल रही है। गोदियाल ने कहा कि एक तरफ भाजपा यूथ की बात करती है, जबकि उसके लिए कोई रोजगार नहीं है।

उधर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और विधायक संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने पर देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में जमकर आतिशबाजी हुई। एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर कांग्रेसियों ने जश्न मनाया।

धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे विधायक संजीव आर्य की घर वापसी के पीछे भाजपा सरकार पर पीछे दलितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया गया है। वहीं हरदा के दलित सीएम उम्मीदवार की इच्छा जाहिर करने से अब यशपाल आर्य को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वर्तमान में तेल, गैस, खाद्य तेल के दामों में भारी बढ़ोतरी की मार झेल रही जनता 2022 में बदलाव करेगी इसकी ज्यादा सम्भानाएं हैं।


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Govind Pundir

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