हरिहर गौशाला नाहन पांवटा साहिब में मनाया गया संत रसिक महाराज का अवतरण दिवस
संत कभी भूतपूर्व नहीं होते — नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज
शिक्षा और सत्ता से ही समाज का सर्वांगीण विकास होगा – श्री महन्त सिद्ध गिरी महाराज
नाहन, हिमांचल। श्री हरिहर गौशाला नाहन में आज जूना अखाड़े के संत नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज का जन्मोत्सव अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर ब्राहमण सभा की ओर से अग्रसेन भवन अठारहवाँ जिला स्तरीय मोटिवेशनल एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया भी किया गया। सर्वप्रथम आराध्य देव भगवान नृसिंह एवं बद्रीनाथ जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं आरती से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति महंत सिद्धगिरी महाराज ने कहा कि शिक्षा शेरनी का वो दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेंगा और शिक्षा से राजनीति का मार्ग प्रशस्त होगा। समारोह के मुख्य प्रवक्ता डी एस पी शिवभगवान सारड़ीवाल ने समाज में जन्मे सन्त महात्माओं, महापुरुषों के इतिहास से अवगत कराया ।
इस मौके पर 210 प्रतिभाओं को समानित किया एवं नृसिंह वाटिका आश्रम रायवाला हरिद्वार की संचालिका साध्वी माँ देवेश्वरी नें सभी का आभार प्रकट किया एवं आये हुए अतिथियों को प्रकृति प्रेमी विजय कुमावत मंढोली ने उपहार स्वरूप पौधा भेंट कर हरित संदेश दिया। अपने सम्बोंधन में स्वामी रसिक महाराज ने बताया कि ससांर में केवल सन्त महात्मा ही ऐसे हैं जिनके पद प्रतिष्ठा त्यागने के बाद भी भूतपूर्व शब्द प्रयोग नहीं किया जाता।
कार्यक्रम में कनाडा से पधारी नेहा शर्मा ने महाराज श्री को आईफोन भेंट कर आशीर्वाद लिया। अंत में भगवान नृसिंह देवता और बद्रीनाथ जी के नाम लिखा हुआ केक काटकर भक्तों को प्रसाद एवं गौशाला में गौमाता को चारा प्रदान किया गया।