बाबा बालक नाथ मंदिर मलोया में पांच से 11 मार्च तक संगीतमय शिव पुराण कथा का आयोजन
चंडीगढ़। फाल्गुन का पवित्र महीना प्रारंभ हो चुका है ऐसे में भगवान भोलेनाथ के बारे में कहा जाता है कि वह पृथ्वी पर आगमन करते हैं। उन्हीं के आगमन को लेकर प्रकृति श्रंगार करती है और चारों और हरियाली बिखेर देती है। इसके साथ ही भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर इन्हें रिझाने का काम भी भक्तों द्वारा किया जाता है। इसी क्रम में सिद्ध बाबा बालकनाथ मंदिर निकट बस स्टैंड मलोया में 5 मार्च से 11 मार्च तक संगीतमय शिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।
शिवपुराण कथा के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए मंदिर के महन्त मामचंद राणा ने बताया कि शिवपुराण कथा की प्रभात फेरी 3 मार्च को सुबह 5 बजे मंदिर से प्रारंभ होगी। 12 मार्च को पूर्णाहुति और रात्रि जागरण एवं भंडारा 13 मार्च को 11 बजे से प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि यहां पर कथावाचक के रूप में बद्रीनाथ धाम उत्तराखण्ड के प्रमुख सन्त नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज होंगे जो अपने मुखारविंद से शिवपुराण कथा का वाचन करेंगे। 12 मार्च की रात्रि प्रसिद्ध टीवी कलाकार सूखा राम सरोहां बाबा जी का गुणगान करेंगे।
शिव महापुराण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए महन्त मामचंद राणा ने बताया कि सिद्ध संतों और महात्माओं में यह युक्ति प्रचलित है कि भगवान शंकर ने कलिकाल के जीवों पर उनके उद्धार के सरलतम उपाय के रूप में श्री शिव पुराण को प्रकट किया। इस प्रकार सुधा रस के पान से अमृतत्व की प्राप्ति होती है उसी प्रकार से श्री शिव पुराण के श्रवण पठन से मोक्ष प्राप्ति भी सुनिश्चित है अपनी साधना की सिद्धि के इच्छुक साधकों के लिए शिव महापुराण जैसा कोई दूसरा साधन नहीं है।