स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखा रहा टिहरी का वन निगम, प्राकृतिक जल स्त्रोत के ऊपर खुले में शौच कर गंदगी फैला रहे मजदूर
नई टिहरी। टिहरी का वन निगम स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगाने पर आमादा है। आलम यह है कि जिला मुख्यालय के आंचल डेयरी में वन निगम के अनुभाग अधिकारी कार्यालय की डिपो चौकी में तैनात श्रमिक निकट के प्राकृतिक जल स्त्रोत के ऊपर खुले में शौच कर रहे हैं। जिससे लोगों के बीमार होने की प्रबल संभावनाएं हैं।स्थानीय लोगों ने वन निगम के प्रति आक्रोश जताते हुए जल्द वहां से श्रमिकों न हटाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कहा कि इस मामले में एनजीटी को भी ज्ञापन भेजेंगे। लोगों का कहना है कि जब प्रशासन की नाक की नीचे यह हाल हैं तो दूरस्थ क्षेत्रों की स्थित क्या होगी।
जिला मुख्यालय के एच. ब्लॉक स्थित आंचल डेयरी के पास वन निगम टिहरी की डिपो चौकी है। जहां पर पेड़ों की लॉपिंग, स्लीपर आदि बनाने के लिए आधा दर्जन श्रमिक तैनात हैं। आलम यह है कि वन निगम के उनके लिए शौचालय की व्यवस्था तक नहीं कर रखी है। जिसके चलते वह पास के बुडोगी गांव गदेरे में खुले में लंबे समय से शौच करते आ रहे हैं। वहां पर प्राकृतिक जल स्त्रोत है। जिससे एच, एफ, जे, जी, एफ, एल, एम ब्लॉक, मोलधार समेत शहरभर के लोग जल ले जाते हैं। लेकिन ठीक ऊपर गदेरे में श्रमिक खुले में शौच कर जल को दूषित कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी उदय रावत, राकेश सिंह, सुनीता देवी, मान सिंह, दीपक, हिमा देवी, एकादशी देवी का कहना है कि श्रमिक खुले में शौच कर स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कहा जल्द वहां से श्रमिकों नहीं हटाया तो वह आंदोलन करेंगे। नगर पालिका के ईओ अनिल पंत ने कहा कि जिस स्थान पर गदेरा है वह ग्रामीण क्षेत्र में आता है। बावजूद इसके वन निगम को नोटिस जारी किया है। वहीं वन निगम के अनुभाग अधिकारी ओमप्रकाश शाह ने गोलमोल जबाव देकर अपना पल्ला झाड़ दिया।
अपडेट- टिहरी जिले में एन,जी,टी स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्य श्री बिलेश्वर घिल्डियाल ने विधिक सेवा प्राधिकरण टिहरी, व जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल से उक्त मामले में सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस विभाग की जिम्मेदारी पर्यावरण संरक्षण की है उसी के लोग जल स्रोतों को गंदा कर रहे हैं।