विभागीय स्थानांतरण/तैनाती से अतिथि शिक्षकों पर लटकी तलवार
माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ टिहरी गढ़वाल के मीडिया प्रभारी विवेक कोटियाल ने कहा कि हालांकि शिक्षा अधिकारी अविलम्ब समायोजन करने का आश्वासन दे रहे हैं किन्तु इस विषय में जनपद में कुछ विषयों में पद रिक्त नहीं है जिस कारण समायोजन हो पाना भी चिन्ता का विषय बना हुआ है। ऐसे विषयों के समायोजन के लिए ठोस नीति अपनाने की आवश्यकता है। कोठियाल ने कहा कि संघ ने इस संबंध में प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत जी को भी ज्ञापन सौंपा था।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक भट्ट ने कहा कि माननीय मंत्री जी ने प्रभावित हुए अतिथि शिक्षकों के शीघ्र समायोजन की बात कही है । भट्ट का कहना है कि सरकार न्यून पदों वाले विषय के अतिथि शिक्षकों को तबतक बीईओ कार्यालय में समायोजित करे जब तक उनके लिए पद रिक्त न हो जाएं।
संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश धामी ने कहा कि सरकार को विगत 7-8 वर्ष की सेवाओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही अतिथि शिक्षकों के लिए कोई ठोस नीति बनानी चाहिए ताकि उन्हें मानसिक वेदना न सहनी पड़े।
संघ के जिलाध्यक्ष टिहरी अजय कुमार भारद्वाज ने कहा कि शासन को पूर्व कैबिनेट में हुए अतिथि शिक्षकों के हितों से संबंधित सभी फैसलों पर अमल कर शीघ्र कोई समाधान निकालना चाहिए। विभाग में आज से पूर्व भी इस प्रकार की व्यवस्था को नियमितीकरण किया गया है। सरकार को अतिथि शिक्षकों की हर प्रकार की समस्या पर विचार पर उनके भविष्य को सुरक्षित करने हेतु ठोस कदम उठाने चाहिए। प्रशासन को चाहिए कि एक ही जनपद / ब्लॉक में इस प्रकार की समायोजन स्थानांतरण उन्ही विद्यालय में किया जाए जहां अतिथि शिक्षक तैनात न हो। (शासनादेश ( HOSRC / 17 / 2020 के आधार पर)। अतिथि शिक्षकों को पूरी उम्मीद है कि सरकार उनकी इस न्यायोचित मांग पर विचार कर उनके भविष्य को अंधकार में धकेलने से रोकेगी।