अस्पताल की लापरवाही के चलते गेट पर हुआ प्रसव
नई टिहरी/देवप्रयाग। विकासखंड देवप्रयाग के अंतर्गत स्वामी राम हिमालयन इंस्टीट्यूट जौलीग्रांट द्वारा पीपीपी मोड पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागी में तैनात अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते दर्द से कराह रही गर्भवती महिला ने अस्पताल के गेट पर बच्चे को जन्म दे दिया।
आरोप है कि पीड़िता का बीपी चेक करने के बाद काफी देर बिठाए रखा बाद में डॉक्टर ने बिना जांच किए स्टाफ को महिला को हायर सेंटर रेफर करने को कह दिया कि इसी बीच महिला ने गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।
बता दें कि ग्राम पंचायत चपोली पो0 तोली बनगढ़ निवासी मुकेश कुमार अपनी पत्नी सरिता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर देर रात सवा दो बजे के लगभग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागी प्रसव के लिए ले गए उनके साथ ग्राम प्रधान छड़ियारा विनोद लाल भी साथ में थे। वहां पर सरिता का केवल ब्लड प्रेशर जांच की गई। काफी इंतज़ार के बाद भी डॉक्टर वहां नही आई और रात 3:30 बजे बिना परीक्षण किए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। इसी बीच अस्पताल के मुख्य द्वार को पकड़े खड़ी पीड़िता का 3:35 AM पर प्रसव हो गया। अस्पताल कर्मियों द्वारा तीमारदारों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। जिसकी शिकायत उन्होंने सीएमएस से की। सीएमएस ने अस्पताल प्रबन्धक को पत्र लिखकर संबंधित डॉक्टर का स्पष्टीकरण तलब करते हुए 2 दिन के अंदर जवाब देने और दोबारा घटना की पुनरावृत्ति न होने की चेतावनी दी है।
सीएमएस ने लिखा है कि यह अत्यंत खेद का विषय है कि रोगी के प्रति लापरवाही दर्शाना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। अतः आप को निर्देशित किया जाता है। कि पत्र प्राप्ति के दो दिवस में लिखित विवरण दें कि अस्पताल परिसर में इस अप्रिय घटना के पीछे क्या कारण है। तथा आपको निर्देशित किया जाता है कि इस प्रकार की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।