G20 के परिप्रेक्ष्य में दो दिवसीय कार्यशाला का समापन
ऋषिकेश 25मार्च 2023। G20 के परिपेक्ष्य में पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हुआ।
कार्यशाला के समापन में प्रभारी प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने G20 के परिपेक्ष्य में कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री G20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं व G20 में उत्तराखंड को भी शामिल किया गया है। G20 का थीम वसुधैव कुटुंबकम अर्थात एक पृथ्वी, एक कुटुम, एक भविष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि G20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है यह सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अधिशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने के महत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, उन्होंने G20 सम्मेलन के आलोक में इस वर्ष को टीबी उन्मूलन वर्ष के रूप मनाने हेतु सभी से अपील की और कहा कि भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे निक्षय में हम सभी को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना है इसी से टीबी को खत्म किया जा सकता है।
समापन सत्र के अतिथि कला संकाय की डीन प्रो डी सी गोस्वामी ने इस कार्यक्रम के तहत टीबी उन्मूलन में बढ़-चढ़कर सहयोग करने तथा गांवों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।
डीएनए लैब की ओर से टीबी दिवस पर एक नाटक का प्रदर्शन किया जिसमें टीबी के प्रति लोगों में जागरूकता लाने की जानकारी बड़े मजेदार तरीके बताई गई।
कार्यशाला के दूसरे दिन विभिन्न संस्थानों से आए हुए प्रतिभागियों द्वारा G20 तथा टीबी अनुसंधान के पोस्टर प्रदर्शित व ओरल प्रेजेंटेशन कर G20 पर अपने विचार व्यक्त किये। जिसमें स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के प्रतिभागियों को एक श्रेणी में रखा गया व पीएच.डी स्कॉलर व फैकेल्टी प्रतिभागियों को एक श्रेणी में रखा गया ।
पीएचडी स्कॉलर/फैकेल्टी श्रेणी में डॉ करपागवली ने प्रथम स्थान, डॉ अवंतिका तुली ने द्वितीय स्थान तथा डॉ अभिषेक कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा स्नातक/ स्नातकोत्तर श्रेणी में प्रथम स्थान डॉ ममता शर्मा, द्वितीय स्थान डॉ वशिस्ठा सिंह व डॉ वैशाली मलिक ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान तथा शिवांगी सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। उत्कृष्ट चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया गया।
कार्यशाला के तकनीकी सत्र में डॉ नरोत्तम शर्मा, अंकिता सिंह, शशिकांत, प्रियंका ने प्रतिभागियों को पोस्ट एमप्लीफिकेशन तकनीक, इलेक्ट्रोफॉरेसिस, एमप्लीफिकेशन चैन रिएक्शन, End point एमप्लीफिकेशन तकनीकी, वायरल मार्कर, कोविड-19, टीबी जांच की विधियों का प्रशिक्षण दिया। उक्त दो दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न स्थानों के 140 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इस दौरान डॉ सुरमान आर्य डॉ अहमद परवेज, डॉ स्मिता बडोला, डॉ शालिनी कोटियाल साफिया देवेंद्र भट्ट अर्जुन पालीवाल आदि ने सफलतापूर्वक कार्यशाला के आयोजन में सहायता की।