पन्द्रह दिनों में जिला अस्पताल कि स्थिति ठीक ना होने पर किया जाएगा जन आंदोलन: देवेन्द्र नौडियाल
टिहरी गढ़वाल 13जून 2023। कांग्रेस जनों ने आज पूर्व शहर अध्यक्ष एवम पीसीसी सदस्य देवेन्द्र नौडियाल के नेतृत्व में जिला अस्पताल, नई टिहरी में व्याप्त चिकित्सकों, रेडियोलॉजिस्ट,नर्सिंग स्टाफ,सफाई कर्मी आदि की कमी और अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया।
श्री नौडियाल ने कहा कि 3 महीने से पीपीपी मोड पर चल रहे जिला अस्पताल का संचालन सरकार के द्वारा अपने हाथों में लेने की कार्यवाही चल रही थी किंतु पर्याप्त समय मिलने के बावजूद भी सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की।जॉलीग्रांट अस्पताल ने अपना करार खत्म होने पर स्थानांतरण की विधिवत कार्यवाही किए बिना समस्त स्टाफ को वापस बुला लिया। जिला चिकित्सा अधिकारी के द्वारा बयान दिया गया कि अस्पताल में सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं किंतु इसके उलट अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध नहीं है।जहां 20 से 25 चिकित्सक होने चाहिए थे,वहां 5 या 6 डॉक्टर कार्य कर रहे हैं। नर्सिंग स्टाफ के पचास से ज्यादा स्वीकृत पदों के सापेक्ष मात्र 14 लोग मौजूद हैं।अल्ट्रासाउंड,सिटी स्कैन और आईसीयू रूम में ताले लगे हैं। नर्सिंग स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।एक भी सफाई कर्मी नहीं है जिस वजह से सफाई व्यवस्था भी चरमरा रखी है।
महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव दर्शनी रावत एवम ममता उनियाल ने कहा सरकार ने बिना किसी तैयारी के जिला अस्पताल को अपने हाथों में लिया है जिस वजह से हर तरीके की अव्यवस्था देखने को मिल रही है और आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।छोटी-छोटी समस्याओं के लिए ऋषिकेश और देहरादून कि ओर दौड़ना पड़ रहा है।जहां पूर्व में सिजेरियन डिलीवरी भी हो जाती थी,वहां कोई प्रसूती सम्बन्धित डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं है।
प्रदेश सचिव मुशर्रफ अली,युवा कांग्रेस के लखबीर चौहान एवं नवीन सेमवाल ने कहा सरकार एवं उनके स्थानीय प्रतिनिधि यहां मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कर रहे हैं परंतु सरकार द्वारा अस्पताल को टेकओवर करने के 2 दिन बाद ही अस्पताल की हालत बदतर हो चली है और जनता को मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के सपने दिखाए जा रहे हैं।
वक्ताओं ने कहा यदि 15 दिन के भीतर सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद नहीं कर दी जाती है तो जनता को साथ लेकर अस्पताल के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
प्रदर्शन करने वालों में देवेंद्र नौडियाल, दर्शनी रावत, ममता उनियाल, मुशर्रफ अली, देवेंद्र राणा, लखबीर चौहान, नवीन सेमवाल, मोहम्मद परवेज, किशोर सिंह मंद्रवाल, संजय रावत, वीरेंद्र दत्त, नफीस खान ,शंभू सिंह भंडारी, दिनेश पंवार आदि शामिल थे।