17वें राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर गोष्ठी आयोजित
टिहरी गढ़वाल 29 जून, 2023। गोष्ठी में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय के समस्त उपस्थित कर्मचारियों द्वारा प्रसिद्ध सांख्यिकीयविद् प्रशांत चंद्र महालानोबिस को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी टिहरी गढ़वाल साक्षी शर्मा ने Alignment of State Indicator Framework With National Indicator Framework for monitoring Sustainable Developement Goals” पर प्रकाश डालते हुए सतत् विकास हेतु आंकड़े के महत्व को समझाते हुए आंकड़े किस प्रकार देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं, से अवगत कराया गया।
संदीप कुमार ने प्रो. महालानोबिस के जीवन परिचय एवं योगदान पर प्रकाश डालते हुये बताया कि इनका जन्म 29 जून 1893 को कलकत्ता में हुआ प्रो. महालानोबिस ने 1912 में कलकत्ता के प्रेजिडेन्सी कालेज से भौतिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की तथा 1913 में गणित व भौतिक विज्ञान की उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु केम्ब्रिज विश्वविद्यालय लन्दन गये 1915 में वापस भारत आकर प्रो. महालानोबिस ने प्रेजिडेन्सी कालेज कलकत्ता में अध्यापन कार्य किया। उनको प्रसिद्धि महालानोबिस दूरी के कारण भी है जो उनके द्वारा सुझाई गयी एक सांख्यिकी माप है। उनके द्वारा 17 दिसम्बर 1931 को कलकत्ता में भारतीय सांख्यिकीय संस्थान की स्थापना की गयी। भारत सरकार ने 1949 में उन्हें सांख्यिकीय सलाहकार के रूप में नियुक्त किया। योजना आयोग के सदस्य के रूप में 1955 से 1967 तक उनके द्वारा कार्य किया गया भारत सरकार द्वारा 1968 उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। प्रो. महालानोबिस के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में भारत सरकार द्वारा उनके जन्म दिवस 29 जून को हर वर्ष राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस मौके पर अपर सांख्यिकीय अधिकारी धारा सिंह , संदीप कुमार, सुरेश चन्द, प्रधान सहायक भवानी दत्त जोशी, वरिष्ठ सहायक नरेन्द्र सिंह रावत, रमन बमराड़ा सहित चन्द्रशेखर, उमेश बिष्ट, देवेश, विनोद कुमार, दीपक कुमार, आशा लाल, राधे कृष्ण उपस्थित रहे।