ऋषिकेश परिसर में योग विज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय नाड़ी विज्ञान चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन
ऋषिकेश 8 जनवरी। आज पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में योग विज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय नाड़ी विज्ञान चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ परिसर के निदेशक प्रोफेसर एम एस रावत, मुख्य वक्ता लक्ष्मी नारायण जोशी के साथ तीनों संकाय के संकाय अध्यक्षों के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन. के जोशी जी आन लाइन कार्यशाला में जुड़कर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए हर्ष जताया। विदित हो कि नाड़ी विज्ञान चिकित्सा वर्तमान में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों में सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति है यह पद्धति किसी भी प्रकार के शारीरिक दर्द, रोग में न केवल तत्काल प्रभावशाली है अपितु हानि रहित पद्धति भी है। जिस कारण यह विधा बड़ी तेजी लोकप्रिय होती जा रही है। विश्व विख्यात नाड़ी विशेषज्ञ प्रोफेसर लक्ष्मी नारायण जोशी जी द्वारा न केवल विज्ञान पर व्याख्यान दिया गया अभी तो इस चिकित्सा का प्रदर्शन भी किया गया।
परिसर के निदेशक प्राे0 एम एस रावत जी ने नाड़ी विज्ञान चिकित्सा को जन्म मानस के लिए प्रभावशाली बताते हुए इसे सभी लोगों को अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।
इस कार्यशाला में कला संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर डी.सी गोस्वामी विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर जी.के ढींगरा वाणिज्य संख्या अध्यक्ष प्रोफेसर कंचन लता योग विज्ञान विभाग के समन्वयक प्रोफेसर वी. के गुप्ता, प्रो0 अहमद परवेज, प्रो0 अनिता तोमर, योग विभागाध्यक्ष डा. जयप्रकाश कंसवाल, चंद्रेश्वरी नेगी, वीना रयाल, हिमानी नौटियाल के अलावा परिसर के समस्त प्रोफेसर, कर्मचारियों के साथ शोधरत छात्र, छात्राएं एवं योग विभाग के समस्त छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया।