बौद्धिक संपदा अधिकार पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
टिहरी गढ़वाल 20 मार्च 2024 । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में आई पी आर प्रकोष्ठ, गणित विभाग एवं कैरियर काउंसिलिग समिति के संयुक्त तत्वाधान में उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फोर साइंस एंड टेक्नोलॉजी ( Uttarakhand State Council for Science And Technology) द्वारा प्रायोजित बौद्धिक संपदा अधिकार पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में महाविद्यालय की सरंक्षिका एवं प्राचार्य प्रो पुष्पा नेगी जी ने सभी प्रतिभागियों एवं छात्र -छात्राओं को बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में जानकारी देते हुए भविष्य में बौद्धिक ज्ञान के संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला एवं साथ ही छात्र छात्राओं को मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान के प्रति पूर्ण मनोयोग से मतदाताओं को प्रेरित करने एवं मतदान में प्रतिभाग करने की शपथ दिलवाई गई।
प्राचार्य द्वारा नवयुवकों को नशे से दूर रह कर स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आवाहन किया गया।
सेमीनार के प्रथम दिवस में यूकोस्ट के वैज्ञानिक डॉ हिमांशु गोयल द्वारा अपने व्याख्यान में पारंपरिक ज्ञान एवं बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डॉ गोयल द्वारा बताया गया की पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करते हुए बौद्धिक ज्ञान कोष की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में संगोष्ठी के संयोजक डॉ अरविंद मोहन पैन्यूली, विभागाध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग,संयोजक आई पी आर प्रकोष्ठ, एवं कैरियर काउंसिलिंग समिति, सहसंयोजक डॉक्टर संदीप बहुगुणा, विभागाध्यक्ष, गणित विभाग, प्रो आर के त्यागी, मुख्य शास्ता प्रो डी पी एस भंडारी, डॉ हर्ष नेगी, डॉ बी डी एस नेगी, डॉ दिनेश वर्मा सहित कई प्राध्यापक प्राध्यापिकाओं ने प्रतिभाग किया। डी सी कॉलेज हाजीपुर से डॉ आलोक कुमार, जोधपुर विश्वविद्यालय के डॉ वी एस परिहार, एस डी एस परिसर ऋषिकेश से डॉ शालिनि रावत, जी डी सी नैनबाग से डॉ ब्रीश कुमार, डॉ संदीप कुमार, जी डी सी पौखाल के डॉ संजीव भट्ट सहित कई प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
सेमीनार के अंतिम सत्र में संयोजक डॉ अरविंद मोहन पैन्यूली द्वारा प्राचार्य महोदय, यूकोस्ट देहरादून के महानिदेशक डॉ दुर्गेश पंत एवं वैज्ञानिक डॉ हिमांशु गोयल, महाविद्यालय के प्राध्यापक – प्राध्यापिकाओं, कर्मचारियों, छात्र -छात्राओं एवं ऑनलाइन माध्यम से जुड़े सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन वनस्पति विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ आरती खंडूरी द्वारा किया गया।