पत्नी की असामयिक मृत्यु से टूट गया पत्रकार
रिपोर्ट- सो.लाल.सकलानी’निशांत’
टिहरी गढ़वाल 21जुलाई 2024। वरिष्ठ पत्रकार केदार सिंह चौहान की पत्नी का कल अपने निवास स्थल महादेव ग्राम छाती में निधन हो गया। वह 58 वर्ष की थी। एक माह से अस्वस्थ थी। काफी ईलाज करवाने के बाबजूद उन्हे बचाया नहीं जा सका।
सरकारी अस्पताल बौराड़ी से उन्हे हिमालयन हॉस्पिटल देहरादून रैफर किया गया। लगभग एक माह ईलाज के बाद उन्होंने कल सुबह अंतिम सांस ली। ‘सरहद का साक्षी’ के संपादक केदार सिंह चौहान आजीवन पत्रकारिता से समर्पित रहे। विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में उन्होंने योगदान दिया। लंबे समय तक चंबा में रहकर अमर उजाला, दैनिक जागरण आदि समाचार पत्रों में रिपोर्टिंग की। पारिवारिक परिस्थितियों के प्रतिकूल होने के कारण उन्होंने अपने मूल स्थान नकोट में ही कर्म क्षेत्र चुना और वहीं से पत्रकारिता करने लगे। साइबर कैफे की एक छोटी सी दुकान है जिससे परिवार का भरण- पोषण करते हैं। केदार सिंह चौहान का जीवन सदा संघर्षों में गुजरा। कुछ वर्ष पूर्व विशाल दरख्त के मकान के ऊपर गिरने से वे सपरिवार बाल-बाल बचे थे किन्तु पुश्तैनी मकान पूर्ण ध्वस्त हो गया था। किसी तरह उन्होंने रहने लायक पुनर्निर्माण किया। पत्नी की मृत्यु के कारण निसंदेह उनकी जैसे प्राणवायु निकल चुकी हो।
शोक संतप्त परिवार को शांत्वना देने के लिए सुबह से ही उनके घर लोगों का तांता लगा है। बड़ी संख्या में परिचित, रिश्तेदार, बांधव,पत्रकार,सामाजिक लोग लोक मर्यादा के तहत आ रहे हैं। पूर्व सैनिक संगठन के संरक्षक इंद्र सिंह नेगी,साहित्यकार सोमवारी लाल सकलानी’ निशांत’, रघुभाई जड़धारी, शक्ति प्रसाद जोशी आदि ने उनके घर पहुंच कर संवेदना व्यक्त की।
प्रेस क्लब टिहरी एवं तमाम मीडिया कर्मियों ने मृतात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है ।