राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन
रुद्रप्रयाग, 12 अगस्त 2024। राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत राष्ट्र सेवा योजना, नशा उन्मूलन समिति और अन्य सहयोगी संगठनों के तत्वावधान में नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना था।
महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. दलीप सिंह बिष्ट ने अपने संबोधन में कहा कि नशा एक ऐसा रोग है जिसे व्यक्ति स्वयं आमंत्रित करता है, और इसके कारण वह विभिन्न शारीरिक और मानसिक बीमारियों का शिकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि नशे की लत न केवल व्यक्ति को प्रभावित करती है, बल्कि उसके परिवार को भी हिंसा और तनाव का सामना करना पड़ता है।
नशा मुक्ति नोडल अधिकारी, डॉ. सीताराम नैथानी ने सभी से अपील की कि वे स्वयं नशे से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी इस बुराई से बचाने का प्रयास करें। उन्होंने इस दिशा में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
राष्ट्र सेवा योजना के वरिष्ठ अधिकारी, डॉ. विष्णु कुमार शर्मा ने बताया कि नशा व्यक्ति की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है और विभिन्न प्रकार के विकार उत्पन्न करता है, जिससे व्यक्ति कभी-कभी हिंसक प्रवृत्तियों का शिकार हो जाता है।
नोडल अधिकारी ममता शर्मा ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के महत्व को बताते हुए बच्चों को इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नशा मुक्ति के साथ-साथ तिरंगा अभियान को भी सफल बनाने की अपील की।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग के श्री मुकेश बगवाड़ी ने बच्चों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। अगस्त्यमुनि स्वास्थ्य केंद्र के श्री जयदीप भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. तनुजा मौर्य ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी, और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने और समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।