शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टिहरी के धार्मिक और साहसिक स्थलों पर सुविधाओं का होगा विस्तार: डीएम
टिहरी गढ़वाल। जनपद टिहरी गढ़वाल में धार्मिक, साहसिक, योग साधना एवं पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए विशेष योजना तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने और पर्यटक गतिविधियों को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की संभावना है।
टिहरी गढ़वाल के सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर, मां चंद्रबदनी मंदिर, मां कुंजापुरी देवी मंदिर, सेम नागराजा मंदिर, कांगुड़ा नागराजा मंदिर, केलापीर बूढ़ाकेदार मंदिर, घंटाकर्ण मंदिर, श्री रघुनाथ मंदिर और पलेठी सूर्य मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के साथ-साथ ब्रहमपुरी, शिवपुरी, कौड़ियाला, टिहरी बांध, धनोल्टी, कैम्पटी फॉल, खतलिंग ग्लेशियर, पंवाली काण्ठा, सहस्त्रताल और मासर ताल जैसे साहसिक एवं पर्यटन स्थलों की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इनके प्रचार-प्रसार और आवश्यक सुविधाओं की योजना बनाई जाएगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने संबंधित विभागों को इन स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने और 15 दिनों के भीतर विस्तृत योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जोर दिया कि इन क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने से शीतकालीन पर्यटन को नया आयाम मिलेगा और यह स्थानीय जनता के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा।