श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में जेंडर सेंसिटाइजेशन पर संगोष्ठी आयोजित

ऋषिकेश, 25 अगस्त 2025। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के फ़ैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर द्वारा पी.टी. एल.एम.एस. परिसर, ऋषिकेश के शिक्षा विभाग के सहयोग से “जेंडर सेंसिटाइजेशन: समावेशी और समान अवसर वाले शिक्षण वातावरण का निर्माण” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी ने दीप प्रज्वलन कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जेंडर समानता केवल संवैधानिक अधिकार ही नहीं बल्कि प्रगतिशील समाज की नींव है।
फ़ैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर की निदेशक प्रो. अनीता तोमर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का माध्यम है और जेंडर सेंसिटाइजेशन इस दिशा में एक अहम कदम है।
मुख्य वक्ता प्रो. अमूल्य कुमार आचार्य (फकीर मोहन विश्वविद्यालय, ओडिशा) और डॉ. रामेन्द्र कुमार पाढ़ी (केंद्रीय विश्वविद्यालय, कोरापुट) ने उच्च शिक्षा संस्थानों में लैंगिक समानता, समावेशी शिक्षा और नीति-निर्माण की भूमिका पर अपने विचार रखे।
संगोष्ठी में प्रो. पी.के. सिंह, प्रो. एस.पी. सती, प्रो. वी.के. श्रीवास्तव, प्रो. हेमलता मिश्रा, प्रो. कंचन लता सिन्हा सहित कई प्राध्यापक, शोधार्थी व प्रतिभागी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अटल बिहारी त्रिपाठी ने किया। संगोष्ठी के अंत में इंटरैक्टिव सत्र में प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से अपने प्रश्न व विचार साझा किए।
👉 यह आयोजन उच्च शिक्षा संस्थानों में समान अवसर और समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रहा।