महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण नीति स्वीकार्य नहीं : श्रीमती आशा रावत

टिहरी गढ़वाल। जिला महिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल की जिलाध्यक्ष श्रीमती आशा रावत ने कहा कि आज भी महिलाओं के सम्मान और अधिकारों के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है, जो किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति तभी संभव है जब महिलाओं को समान अवसर, सुरक्षा और सम्मान मिले।
श्रीमती रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं के सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत दिखाई देती है। आज भी महिला पत्रकारों, शिक्षिकाओं, स्वास्थ्यकर्मियों और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के साथ असमान व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में अफगान विदेश मंत्री द्वारा महिला पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर करने की घटना अत्यंत निंदनीय है, और इस पर प्रधानमंत्री की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया न आना अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। यह दर्शाता है कि महिलाओं के सम्मान की बात करने वाले नेता संवेदनशील मुद्दों पर मौन हैं।
श्रीमती रावत ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 21वीं सदी के भारत में महिलाएं अपनी पहचान और सम्मान के लिए संघर्ष कर रही हैं। देश में बेटियों का अपमान, महिला उत्पीड़न और अन्यायपूर्ण नीतियां यह दर्शाती हैं कि शासन-प्रशासन में संवेदनशीलता का अभाव है।
उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस इस तरह की नीतियों और मानसिकता का पुरजोर विरोध करती है। जब तक महिलाओं को समान अधिकार, सुरक्षित वातावरण और न्यायपूर्ण अवसर नहीं मिलते, तब तक महिला कांग्रेस उनकी आवाज़ बुलंद करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण नीति केवल वोट बैंक की राजनीति है, जिसे समाज और देश कभी स्वीकार नहीं करेगा