उत्तराखंड-एक
विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद समाचार*10 नवम्बर 2010
नई टिहरी।
उत्तराखंड-एक
हमें जनून था/ अपना हक पाने का
उनको शौक है/ जशन मनाने का
दिन बा दिन/ मनाओ जश्न
उत्तराखंड हमारा है।
दो- साल पहले
मां ने सोचा बेटा अब
देश से घर लौटेगा
बेटा लौटा
शायद रोजगार
करता होगा इंतजार
कुछ दिन महीने
भटका इधर-उधर
होकर निराश
वह चला गया परदेस
तीन ….और अब
को- रोना।