केन्द्रीय बजट: खुशहाल और आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में सार्थक प्रयास-डॉ0 ध्यानी
गढ़ निनाद समाचार* 2 फरवरी 2021
नई टिहरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 पीताम्बर प्रसाद ध्यानी ने केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्रीय बजट देश की वर्तमान परिस्थितियों और आम जनता की आकंक्षाओं के अनुरूप है। कहा कि बजट आत्मनिर्भर भारत बनने का मार्ग निश्चित रूप से प्रशस्त करेगा।
एक प्रख्यात वैज्ञानिक और शिक्षाविद होने के नाते डा0 ध्यानी ने बताया कि केन्द्रीय बजट में शिक्षा की गुणवत्ता एवं शोध हेतु शिक्षा बजट में लगभग 05 प्रतिशत की बढोतरी से शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि 15 हजार आदर्श विद्यालय बनाने, 100 नये सैनिक स्कूल खोले जाने, 758 एकलव्य स्कूलों की स्थापना करने, लेह में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने एंव उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु ’’भारतीय उच्च शिक्षा आयोग’’ की स्थापना करने आदि से भारत निश्चित रूप से ’’विश्व ज्ञान महाशक्ति’’ के रूप में उभरेगा।
डा0 ध्यानी ने कहा कि ज्ञान सृजन और ज्ञान को सम्पदा में बदलने व जन जन के जीवन में खुशहाली लाने हेतु केन्द्रीय बजट में 50 हजार करोड से ’’नेशनल रिसर्च फ़ाउंडेशन’’ की स्थापना करने हेतु प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है,यह एक ऐतहासिक फैसला है। इसके लिये उन्होने मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मा0 केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार की स्पष्ट सोच व दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम बताया।
डा0 ध्यानी का स्पष्ट मानना है कि नई शिक्षा नीति के सफल क्रियांवयन से देश वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में जरूर उभरेगा। अतः इस दिशा में प्रत्येक राज्य को नयी शिक्षा नीति के सफल क्रियांवयन हेतु शीघ्रतिशीघ्र समुचित प्रयास शुरू कर देने चाहिए। आत्म निर्भर भारत बनाना हम सभी का परम लक्ष्य होना चाहिए।