शोक: नेता प्रतिपक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी डॉ इंदिरा हृदयेश का ब्रेन हेमरेज से निधन, उत्तराखंड में शोक की लहर

Garh Ninad Beauro।
देहरादून/नई टिहरी। आज कांग्रेस के साथ साथ उत्तराखंड की राजनीति के लिए दुःखद खबर है। कांग्रेस नेत्री और नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का आज दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में ब्रेन हेमरेज से असामयिक निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई है।
जानकारी के अनुसार डॉ. हृदयेश नई दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में शामिल हुई थीं। वह दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में ठहरी हुई थी। उनका प्रदेश में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का बयान भी आया था। शनिवार सुबह ब्रेन हेमरेज से उनका देहांत हो गया। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से हल्द्वानी लाया जा रहा है। खबर मिलते ही उनके बेटे सुमित दिल्ली रवाना हो गए हैं।
डॉ. हृदयेश के निधन पर उत्तराखंड के वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत तमाम राजनीतिक दलों ने शोक जताया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि मेरे लिये इंदिरा जी का जाना एक सरंक्षिका का जाना है। यह कांग्रेस ही नहीं पूरे उत्तराखंड की अपूरणीय क्षति है।
एक नजर डालते हैं उनके राजनीतिक सफर पर-
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल ने भी डॉ. हृदयेश के निधन पर शोक व्यक्त किया है। टिहरी में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश राणा, पूर्व जिलाध्यक्ष शांति भट्ट, शहर अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल समेत तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत तमाम लोगों ने शोक जताया है।
*अपडेट* उत्तराखंड में एक दिन का राजकीय शोक
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के निधन पर उत्तराखंड सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष के निधन की खबर सुनकर सभी शोकाकुल हैं। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।