उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के तत्वावधान में सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
ऋषिकेश 26 अप्रैल 2023। पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में सात दिवसीय प्रयोगात्मक कार्यशाला का आज प्रातः 10 बजे शुभारंभ हुआ।
कार्यशाला में भारत के अनेक प्रांतों से 200 से लगभग प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं।
यह कार्यशाला भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान जंतु विज्ञान वनस्पति विज्ञान भूगोल व पर्यावरण विज्ञान विषय की आयोजित की जा रही है।
करसाना के प्रारंभ में भौतिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वाई के शर्मा, रसायन विज्ञान के डॉ आर के जोशी, भूगोल के विभागाध्यक्ष प्रो डीसी गोस्वामी, जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ डीएम त्रिपाठी वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो गुलशन कुमार ढींगरा, डॉ एसके कुड़ियाल ने साथियों से कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला तथा छात्र छात्राओं को अपने-अपने विषयों का पाठ्यक्रम बताया उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से डॉ बीना फुलारा, डॉ कृष्ण कुमार टम्टा, डॉ पूर्णिमा ने छात्र-छात्राओं के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करें व कार्यशाला की महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश का आभार व्यक्त किया जिन्होंने छात्र छात्राओं को अपने संस्थान में इस प्रयोगिक कार्यशाला का आयोजन किया ।
पंडित ललित मोहन परिसर के प्राचार्य प्रो. महावीर सिंह रावत ने परिसर में ना होने के कारण ऑनलाइन माध्यम से छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं प्रेषित की ।
डीन विज्ञान संकाय डॉ गुलशन कुमार ढींगरा ने विश्वविद्यालय परिसर की ओर से सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया व कहा कि विगत 6 सालों से विश्वविद्यालय परिसर इस कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक कर रहा है जिसमें अनेकों प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा चुका है ।
डीन कला संकाय प्रोफेसर डीसी गोस्वामी ने सभी प्रतिभागियों को सफलता का मूल मंत्र दिया एवं छात्र सभी प्रतिभागियों को अनुशासित रूप से कार्यशाला में प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित किया ।
कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि डॉ शलभ जोहरी ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी व कहा कि दूरस्थ माध्यम से पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह एक अच्छा मौका है, जिससे वह कॉलेज लेवल पर अनेक चीजों को सीखते हैं।
इस कार्यक्रम में प्रो टी बी सिंह, डॉ ए पी दुबे, प्रो वी डी पांडे, डॉ सुरमान आर्य, डॉ पी एस चौहान आदि उपस्थित थे।