जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने किया पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी कप 2024 का उद्घाटन
बच्चों को पैराग्लाइडिंग क्षेत्र में मिलेंगे बेहतर मौके- मयूर दीक्षित
जिलाधिकारी ने चैंपियनशिप के शुभारंभ की घोषणा कर आयोजक टीम, जज एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से टिहरी झील को दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी।
चार दिवसीय नेशनल पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने हेतु भारत के लगभग 15 राज्यों के 105 प्रतिभागियों द्वारा पंजीकरण करवाया गया है। कहा कि विगत माह नवम्बर, 2023 में जनपद टिहरी में एक्रो पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल आयोजित किया गया जिसमें टेक ऑफ प्वाइंट प्रताप नगर तथा लैंडिंग प्वाइंट कोटी कॉलोनी रहा, जिसमें पैराग्लाइडिंग के अच्छे रूझान आने के चलते यूटीडीए, टीएचडीसी और जिला प्रशासन के माध्यम से एक्यूरेसी चैंपियनशिप करवाई जा रही है। मुझे उम्मीद है कि देश-विदेश के युवाओं के लिए यह बेस्ट डेस्टिनेशन साबित होगी। कहा कि यह प्रतियोगिता उत्तराखंड के पर्यटन में वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और राज्य को पर्यटन के माध्यम से आर्थिक विकास में मदद करेगा।
अपर मुख्य कार्याधिकारी (साहसिक विंग) यूटीडीए कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि नेशनल पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी चैंपियनशिप का आयोजन मंत्रा के सहयोग से उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के तत्वाधान में किया जा रहा है। जिसमे देश के 15 राज्यों की कई टीमें भाग ले रहीं हैं। 72 टीमें पहुंच भी गयी हैं। प्रतियोगिता 25 अप्रैल, 2024 तक आयोजित की जाएगी, जिसमें टेक ऑफ प्वाइंट कुठ्ठा तथा लैंडिंग प्वाइंट कोटी कॉलोनी है।
प्रतियोगिता में पहली बार उत्तराखंड के स्थानीय प्रतिभागियों द्वारा भी प्रतिभाग किया जा रहा है। उत्तराखंड के स्थानीय बच्चों को एक साल से टिहरी में पैराग्लाइडिंग के ट्रेनिंग प्रोग्राम करवाए जा रहे हैं, जिसमें पैराग्लाइडिंग के पी-1, पी-2, पी-3, पी-4 की ट्रेनिंग करवाई गई। बताया कि एडवेंचर स्पोर्ट्स में वाटर स्पोर्ट्स पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि प्रतियोगिता 22 अप्रैल से 25 अप्रैल 2024 तक चलेगी। जिसमें भारत के विभिन्न स्थानों से 105 प्रतिभागियों द्वारा अपना पंजीकरण करवाया गया है। आज 72 प्रतिभागी यहां पहुंच गए हैं जिनमें 8 महिलाएं भी हैं।
राणा ने गढ़ निनाद को बताया कि टिहरी में विगत एक साल से उत्तराखंड के स्थानीय बच्चों को पैराग्लाइडिंग के ट्रेनिंग प्रोग्राम करवाए जा रहे हैं, जिसमें पैराग्लाइडिंग के पी-1, पी-2, पी-3, पी-4 की ट्रेनिंग कराई गई है। कहा कि पिछले एक साल के अंदर हमने लगभग 150 बच्चे तैयार भी कर लिए हैं। बताया कि पैराग्लाइडरों द्वारा 05-05 राउण्ड किये जायेेंगे तथा अंतिम दिवस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता हेतु 01 लाख, द्वितीय विजेता को 75 हजार तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 50 हजार का प्राइज मनी दिया जायेगा।इस मौके पर अधिशासी निदेशक टीएचडीसी एल.पी. जोशी, प्रधानाचार्य नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी कर्नल अंशुमान भदौरिया, सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी, मंत्रा से ताना जी ताकवे, प्रतियोगिता के चीफ जज सिक्किम से राजू राय, पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित महाराष्ट्र से शीतल महाजन, साहसिक खेल अधिकारी के.एस. नेगी, पर्यटन से मनोज जोशी, पैराग्लाइडर, मीडिया बन्धु एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।