विचारों की ऊर्जा से सजे शब्दों के पर्व में युवा चमके

युवा ज्ञान और नवाचार से बनाएँ आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड- कुलपति प्रो. एन. के. जोशी
उत्तराखण्ड राज्य रजत जयंती समारोह के तहत राज्य स्तरीय आशुभाषण प्रतियोगिता का भव्य आयोजन
ऋषिकेश/ टिहरी गढ़वाल। श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश में उत्तराखण्ड राज्य की रजत जयंती समारोह के अवसर पर राज्य स्तरीय आशुभाषण (Extempore Debate) प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्रों ने भाग लेकर अपनी वाकशक्ति और विचारशीलता का प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि डॉ. देवेंद्र भसीन, उपाध्यक्ष, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति ने कहा कि उत्तराखण्ड की रजत जयंती राज्य की आत्मनिर्भरता और युवाशक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से उच्च शिक्षा को रोजगारपरक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा रहा है।
कुलपति प्रो. एन. के. जोशी ने कहा कि “उत्तराखण्ड सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि एक भावना और संघर्ष का प्रतीक है।” उन्होंने राज्य की पच्चीस वर्षों की प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा, नवाचार और महिलाओं का स्वावलंबन राज्य की पहचान बन चुके हैं।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि विधायक डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य की शक्ति उसका युवा वर्ग है, जो ज्ञान और अनुशासन से उत्तराखण्ड को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है।प्रतियोगिता में प्रथम स्थान Law College Dehradun (Uttaranchal University), द्वितीय DBS Global University, Dehradun और तृतीय D.S.B. Campus, Kumaun University, Nainital ने प्राप्त किया। विजेताओं को क्रमशः 21 हजार, 15 हजार और 11 हजार रुपए के पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की पत्रिका “प्रेरणा” का विमोचन भी किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा, निदेशक प्रो. महाबीर सिंह रावत, नोडल अधिकारी डॉ. हेमलता मिश्रा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। यह प्रतियोगिता युवाओं की अभिव्यक्ति क्षमता और राज्य की एकता तथा गौरव का प्रतीक बनी।



