जैविक उत्पादन में कसमौली की अहम भूमिका-राजेश्वर जोशी

कसमौली थौल का हुआ विधिवत समापन
टिहरी गढ़वाल। आगराखाल में कसमौली थौल का विधिवत समापन हुआ। समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने कहा कि आगराखाल को कृषि उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने और यहां की मातृ शक्ति के सशक्तिकरण के लिए सेतु आयोग अनेक योजनाओं पर काम कर रहा है। जिसके सुखद परिणाम भविष्य में देखने को मिलेंगे।
थौलार्थियों को संबोधित करते हुए जोशी ने आगे कहा कि आगराखाल में कसमौली जैविक उत्पादन में अहम भूमिका निभा रहा है। यहां पर मातृ शक्ति के मदद से जैविक उत्पादों में अदरक, मटर, मूली, अरबी, मिर्च पैदा की जा रही है। जिसकी बाजार में खासी मांग है। उत्पादों को अधिकाधिक मूल्य मिले। इसके लिए सरकार से सेतु आयोग भी सुझाव रखेगा। योजना आयोग के पूर्व सदस्य वीरेंद्र उनियाल ने कहा कि कसमौली आयोजन पहाड़ को पूरी तरह से परिभाषित करता है। यहां के अरसे, रोटाने व पकोड़े खासी प्रसिद्धि पा चुके हैं। इस मौके पर कसमौली में प्रतिभागी छात्रों व स्थानीय लोगों को अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित करने का भी काम किया। 37 सदस्यीय साईकिल दल का मेले में स्वागत किया गया। मेले में पतंगबाजी सहित अन्य गतिविधियों को अंजाम दिया गया। मेले के आयोजन में पद्मश्री कल्याण सिंह मैती, सुरेंद्र कंडारी, पक्षी विशेषज्ञ राजेश भट्ट, मनोज द्विवेदी, राजेश गुप्ता, विवेक सकलानी, गजेंद्र रमोला, प्रमुख दीक्षा राणा, जिपंस मधु कंडारी, वीना रमोला आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कसमोली ग्राम प्रधान मंजू रमोला एवं संचालन व्यापार मंडल अध्यक्ष डा डीएन रतूड़ी ने किया।



