पिंकी हत्याकांड: पांच आरोपी गिरफ्तार, मोबाइल लूट के लिए की थी हत्या
पिंकी हत्याकांड: पांच आरोपी गिरफ्तार, मोबाइल लूट के लिए की थी हत्या
काशीपुर
शुक्रवार 18 अक्तूबर को काशीपुर, मोबाइल शोरूम में कार्यरत पिंकी की हत्या मोबाइल लूटने के लिए की गई थी। काशीपुर पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया है। आरोपियों में शामिल एक किशोर ने पिंकी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या की थी।
गिरिताल रोड, काशीपुर स्थित मनीष चावला के मोबाइल शोरूम में काम करने वाली सेल्स गर्ल पिंकी रावत की दिन दहाड़े शोरूम के अंदर चाकू से गोदकर हत्या कर दी गयी थी. पिंकी रावत पौड़ी जिले के धूमाकोट के ग्राम सुंदोला बारवल निवासी पिंकी थी। सेल्स गर्ल की हत्या कर बदमाश शोरूम से 11 मोबाइल लूट ले गए थे।
दिन दहाड़े शोरूम में सेल्स निर्दोष सेल्स गर्ल्स निर्मम हत्याकांड से लोगों में खौफ के साथ रोष भी ब्याप्त था. घटना का जल्द-जल्द खुलासा कर आरोपियों को पकड़ने के लिए लोगों ने प्रदर्शन किये अतः पुलिस विभाग ने हत्याकांड के खुलासे के लिए एएसपी डॉ0 जगदीश चंद्र के निर्देशन में टीमें गठित कर सर्विलांस डाटा और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में इस्तेमाल एक बाइक का पता लगा लिया। बाइक के मालिक का पता लगने पर पुलिस ने कचनालगाजी निवासी मनोज से सख्ती से पूछताछ की, जिसने बताया कि मुरादाबाद के भगतपुर ग्राम मानपुरदत्ता निवासी उसका रिश्तेदार गौरव 18 अक्तूबर को एक किशोर के साथ उसके पास आया और उसकी बाइक मांगी। कुछ देर बाद वे लौटे तो उनके कपड़े खून से सने हुए थे, जिस कारण उसका भाई विनोद दोनों को उनके गांव छोड़ आया।
पुलिस ने आरोपी गौरव कुमार, रोहित, एक किशोर और दोनों भाइयों मनोज और विनोद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल चाकू, शोरूम से लूटे गए 10 मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद लिए हैं।
हत्याकांड में शक के आधार पर आरोपी बनाए गए शोरूम स्वामी मनीष चावला को पुलिस ने उसकी भूमिका के बारे में गहनता से पड़ताल के बाद क्लीन चिट दे दी।
पर्वतीय महासभा के अध्यक्ष, नेता मनोज जोशी, प्रदीप जोशी आदि ने एसएसपी से मिलकर पिंकी रावत हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की कार्यशैली पर संतोष व्यक्त किया। मनोज जोशी ने कहा कि पिंकी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए बदमाशों के कृत्य की शिकार हुई है और पर्वतीय महासभा द्वारा दिवंगत पिंकी को वीरांगना लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
हत्याकांड खुलासे में लगे पुलिस अधिकारी, कांस्टेबल और रात-दिन की माथापच्ची
बहुचर्चित सेल्स गर्ल हत्याकांड के खुलासे के लिए अशोक कुमार, आईजी (कानून व्यवस्था) के निर्देश पर एएसपी डॉ0 जगदीश चंद्र के निर्देशन में छह टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने पांच दिनों में मोबाइलस टावरों से डाटा प्राप्त कर, करीब 300 सीसीटीवी कैमरों से फुटेज उठा कर हत्या में प्रयुक्त बाइक का पत्ता लगाया। हत्या में प्रयुक्त बाइक का नंबर अधूरा होने के कारण तीन दिन की माथापच्ची में कई सीरीज के नंबर बना कर पड़ताल की गयी।