महाराष्ट्र में बीजेपी-अजीत गठबंधन सरकार
महाराष्ट्र में बीजेपी-अजीत गठबंधन सरकार
- डिप्टी सी एम बने अजीत पवार
- शिवसेना नेता संजय राउत का वार अजीत को ईडी का था डर
देश * सम्पादकीय
महाराष्ट्र: 23 नवम्बर 2019
बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम के चलते महाराष्ट्र में आज शनिवार सुबह को भारतीय राजनीति में अनोखा उलट फेर देखने को मिला। कल देर रात तक उद्धव ठाकरे के कुर्सी पर बैठने का सपना अजीत पवार ने रातों रात चकनाचूर कर दिया। इस घटना के बाद से कांग्रेस और एनसीपी में तू तू मैं मैं होना लाज़मी है। रातों रात बीजेपी ने एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का ताना बाना बुना और रात खुलते ही पता चला कि शपथ भी हो गई ।
महाराष्ट्र के राज्यपाल और राजनीति के कुशल खिलाड़ी भगत सिंह कोशयारी ने आनन फानन में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। जबकि अजीत पवार ने डिप्टी सी एम पद की शपथ ली। इस मौके पर डिप्टी सी एम अजीत पवार ने कहा कि कई दिन बाद भी किसी की सरकार नहीं बनी। किसानों की समस्या थी। सरकार आती है तो रास्ता निकालने में मदद हो सकती है।इसलिए हम सब ने यह निर्णय लिया।
फडणवीस ने सी एम पद की शपथ लेने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी और जेपी नड्डा जी का आभार व्यक्त करता हूं उन्होंने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देवेंद्र फडणवीस को दोबारा महाराष्ट्र का सी एम बनने पर बधाई देते हुए कहा, ‘देवेंद्र फडणवीस जी और अजित पवार जी को मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई। मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे’।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद शिवसेना नेता संजय राउत क्या बोलते हैं देखिए
“अजीत पवार ने महाराष्ट्र की जनता के पीठ में खंज़र घोपा है। वो जिंदगी भर तड़पेंगे। राउत ने कहा कि अजीत पवार ने शरद पवार को धोखा दिया है। संजय ने कहा कि अजीत पवार आखिरी वक्त तक हमारे साथ थे। अजीत पवार को ईडी जांच का डर था। फडणवीस हमेशा कहते थे कि हम अजीत पवार को जेल भेजेंगे। अजीत रात 9 बजे तक हमारे साथ बैठे थे। फिर अचानक ग़ायब हो गये थे। वो नज़रे बचा कर बात कर रहे थे, जैसे कोई पाप करने जा रहे हो। हमें कुछ अहसास हुआ था। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में राजभवन का भी दुरुपयोग हुआ है। अंधेरे में शपथ दिलाना शोभा नहीं देता। अंधेरे में चोरी-डकैती होती है। व्याभिचार होता है। अंधेरे में शपथ दिलाना छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र का अपमान है।”
शुक्रवार को क्या कहा था शरद पवार ने
“एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार शाम उद्धव के साथ करीब दो घंटे तक बातचीत के बाद इसका ऐलान किया कि वह मुख्यमंत्री होंगे। पवार ने कहा कि ये साफ है कि नेतृत्व का मुद्दा हमारे सामने नहीं है। कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना तीनों दलों में इस बात को लेकर सहमति है कि उद्धव ठाकरे ही सरकार का नेतृत्व करेंगे। वहीं महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन अहम होने वाला है।”
शरद पवार कहते हैं कि अजीत ने पार्टी तोड़ी है उन्हें पार्टी माफ नहीं करेगी। अरे साहब आपके बारे में शिव सेना के एक नेता ने सही कहा था कि शरद पवार को समझने में 100 जन्म लेने पड़ते हैं। कहीं यह आपकी ही कोई रणनीति तो नहीं?
ये है समर्थन आंकड़ा –
भाजपा – 105
अजित पवार समर्थक विधायक – 35
कुल समर्थन – 140
बहुमत का आंकड़ा – 145
समर्थन से दूर – 5 विधायक
देखना यह है कि एनसीपी और अन्य कितने विधायक भाजपा को समर्थन देते हैं।यह सदन में विश्वास मत के दौरान पता चल पाएगा। बहरहाल मोदी जी और अमित शाह जी को बहुत बहुत बधाई , देर हुई पर अंधेर नहीं। आशा करते हैं कि यह नया प्रयोग महाराष्ट्र की खुशहाली में मददगार साबित होगा। उम्मीद है कि अब महाराष्ट्र का किसान आत्महत्या नहीं करेगा। अगर करेगा तो पाप के भागी आ आप अकेले नहीं होंगे, अजीत जी भी साथ हैं।