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वुमैन हैल्थ एंड हाईजीन इन कोविड पैनडैमिक पर राष्ट्रीय वेबीनार; महिलाएं स्वस्थ, राष्ट् स्वस्थ: विजया बड़थ्वाल

वुमैन हैल्थ एंड हाईजीन इन कोविड पैनडैमिक पर राष्ट्रीय वेबीनार; महिलाएं स्वस्थ, राष्ट् स्वस्थ: विजया बड़थ्वाल
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गढ़ निनाद समाचार * 6 अगस्त 2020

देहरादून। महिलाएं समाज की रीढ़ हैं और सरकार द्वारा कोविड काल में गांव-गांव तक महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं पहुंचायी जाए तो यह एक अच्छा कदम साबित होगा। यह वक्तव्य राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर द्वारा आयोजित “वुमैन हैल्थ एंड हाईजीन इन कोविड पैनडैमिक” विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार में बतौर मुख्य अतिथि कहा। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 सतपाल सिंह साहनी ने मुख्य अतिथि तथा अन्य वक्ताओं का स्वागत उद्बोधन दिया। राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता ने बताया कि कोविड काल में महिलाओं को अतिरिक्त भार सहना पड़ रहा है। घर की धुरी होते हुए उसे मानसिक दबाव भी सहना पड़ा है। कई महिलाओं को ऐसे क्वारंटीन सेंटर में गंदे शौचालयों को इस्तेमाल करना पड़ा, जिसके कारण उनको कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है।

हिम वैली सामाजिक संस्था की अध्यक्षा ने सोरायम रियूस बल हाईजैनिक सैनेट्री नैपकीन के बारे में लघु फिल्म के माध्यम से विस्तार से बताया। बाजार में बिकने वाले सिंथेटिक पैड्स कई बीमारियों के कारन होते हैं। उन्होंने बताया कि कि सौरयम पूर्ण रूप से हाईजैनिक है और केले के पेड़ के रेशम से निर्मित है, जो पूरी तरह से सुरक्षित एवं पर्यावरण मित्र है तथा बायो डिग्रेबल है।

https://www.youtube.com/watch?v=QnZbhws3Cm0

देहरादून की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ0 मीनू वैश्य ने स्त्री शरीर की संरचना पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छ रहने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मां बाप और समाज को मासिक चक्र की सही जानकारी होनी चाहिए, जिससे वे अपनी बच्चियों का सही मार्गदर्शन कर सकें। मासिक धर्म को कोई शर्म की बात या छिपाने वाली बात न समझें। यह मानवीय शरीर का एक प्राकृतिक चक्र है।

कार्यक्रम की आयोजिका जंतु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ0 मधु थपलियाल ने सभी अतिथियों और वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए बताया कि आज जब हम डिजिटल युग में जी रहे हैं, तब भी समाज में महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी विषय पर बहुत चर्चा नहीं हो रही है। अभी तो हर जिले में पृथक महिला अस्पताल भी नहीं है। आए दिन जानकारी के अभाव में रक्तस्राव के कारण महिलाओं की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि जहां हम एक ओर विकास का रास्ता तेजी से पकड़ रहे हैं, वहीं कई महिला स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को पीछे छोड़ रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि आज के वेबीनार का उद्देश्य यही है कि लड़कियों में होने वाले बदलाव को मां-बाप वैज्ञानिक ढंग से समझें और उनका मार्गदर्शन करें। डॉ0 थपलियाल ने बताया कि इस कार्यक्रम को फेसबुक और यू ट्यूब चैनलों पर लाइव प्रसारित किया गया, जिसको अभी तक अंतरराष्ट्रीय पर 500 से अधिक लोगों द्वारा सुना और देखा जा चुका है। उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य सतपाल सिंह साहनी का विशेष तौर पर आभार प्रकट किया। उन्होंने तकनीकी सहयोग के लिए धाद संस्था के सचिव तन्मय ममगांई और संयुक्त सचिव विनोद रतूड़ी का विशेष आभार जताया।

अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सतपाल सिंह साहनी द्वारा समाज के अति महत्वपूर्ण विषय को वेबीनार हेतु चयन करने के लिए डॉ0 मधु थपलियाल के प्रयास को सराहा गया। उनके द्वारा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल समेत सभी अतिथियों, सम्मानित महिलाओं एवं वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया। विषय की महत्ता को देखते हुए लाकडाउन के पश्चात उक्त विषय पर सेमीनार हेतु वक्ताओं को महाविद्यालय में आमंत्रित किया गया तथा वैश्विक स्तर से जुडे़ सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया गया।


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