कुलपति हो तो ऐसा: स्वंय का तथा विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी/ कर्मचारियों का रोका वेतन
गढ़ निनाद समाचार*8 जनवरी 2021
नई टिहरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 पीताम्बर प्रसाद ध्यानी द्वारा स्वंय अपना व विश्वविद्यालय में कार्यरत समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन अग्रिम आदेश तक आहरण न करने के निर्देश पारित किये गये।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में माह सितम्बर, 2019 में लगभग 37 कर्मचारियों की सेवायें समाप्त की गयी थी किन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हटाये गये कुछ कर्मचारियों का वेतन भुगतान, जिन पर विश्वविद्यालय की कोई देयता नही है, का भुगतान अभी तक नही किया गया है और न ही उन कर्मचारियों जिन पर विश्वविद्यालय की देयता है, को लिखित में वेतन भुगतान न करने का कारण से अवगत कराया गया। इस पर कुलपति ने गहरा असंतोष प्रकट किया।
कुलपति द्वारा प्र0 कुलसचिव को तत्काल निर्देश दिये गये कि पूर्व में हटाये गये कर्मचारियों, जिन पर देयता नही है, उनका वेतन भुगतान 02 दिन के अन्तराल में किया जाय और जिन कर्मचारियों पर विश्वविद्यालय की देयता है, उन्हें पत्र से आज ही अवगत कराया जाय और शीघ्रतीशीघ्र आपत्तियों का निराकरण करवाकर तत्काल सम्बन्धितों का भी वेतन आहरण किया जाय।
उन्होने अधिकारियों को यह भी कहा कि यदि हमको जो विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं वेतन न मिले तो हम पर क्या प्रतिकुल प्रभाव पडेगा। क्या कभी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस बात पर मनन किया। इसलिये कुलपति ने कुल सचिव प्र0 को लिखित आदेश दिया कि जब तक पूर्व कर्मचारियों जिन पर देयता नही है, का वेतन आहरित नही किया जाता और जब तक अन्यों को पत्र निर्गत न हो जाता, तब तक विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों और स्वंय उनका वेतन विश्वविद्यालय द्वारा आहरित नही किया जायेगा।