उत्तराखंड राज्य आंदोलन, भुलाये गये नींव के पत्थर-12
विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद समाचार* 7 मार्च 2021।
*द्वारिका प्रसाद उनियाल*
टिहरी गढ़वाल जिला परिषद अध्यक्ष रहे स्वर्गीय भूदेव लखेड़ा स्वतंत्रता सेनानी थे, एक विद्वान नेता। 1985 के यूपी विधानसभा चुनाव में देवप्रयाग से उनका टिकट दफ्तरी गलती से (शायद) कट गया था। ऐसा ना होता तो शायद वे प्रदेश सरकार में टिहरी गढ़वाल के पहले मंत्री होते।
उन्होंने बताया कि लगभग मिलते जुलते नाम से दो अखबार एक साथ निकले थे एक है हिमालय टाइम्स। इसके संपादक हैं द्वारिका प्रसाद उनियाल।
उनियाल जी 1967 में गठित पर्वतीय राज्य परिषद के संस्थापक सदस्य रहे हैं। दयाकृष्ण पांडे की अध्यक्षता में परिषद राज्य आंदोलन का पहला सबसे बड़ा संगठित प्रयास था।
द्वारिका प्रसाद उनियाल की पहल पर मसूरी में 24-25 जुलाई 1979 को विकास सम्मेलन आयोजित किया गया था। काफी मंथन के बाद तय हुआ कि राज्य निर्माण की प्राप्ति के लिए एक समर्पित राजनीतिक दल जरूरी है, और फिर जन्मा उत्तराखंड क्रांति दल।
उत्तराखंड क्रांति दल के संस्थापक अध्यक्ष और कुमाऊं विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति देवी दत्त पंत के साथ उनियाल जी 1980 के मध्यावधि चुनाव से पूर्व संजय गांधी से मिले थे। उस बातचीत में संजय गांधी अलग राज्य निर्माण पर सहमत हो गए थे। जारी…..