उत्तराखंड राज्य आंदोलन, भुलाये गये नींव के पत्थर-19
*विक्रम बिष्ट*
गढ़ निनाद समाचार* 16 मार्च 2021।
*मदन जोशी* सन 1986-90 के दौर में टिहरी की राजनीति में उत्तराखंड क्रांति दल ने जो धमाकेदार पहचान कायम की थी वह आज तक फिर कभी नहीं लौटी । इसका प्रमुख कारण वह युवा छात्र थे जिनके लिए राजनीति मुनाफे का शॉर्टकट नहीं था, बल्कि अपने भविष्य को दांव पर लगाकर आंदोलन की कंटीली राह पर चल पड़े थे।
मदन जोशी भी उनमें एक है। 9 अगस्त 1987 को टिहरी में उत्तराखंड बंद एवं चक्का जाम को मिली अभूतपूर्व सफलता में मदन जोशी का बड़ा योगदान रहा है। राज्य आंदोलन के कार्यक्रमों में निरंतर भागीदारी उत्तराखंड जन परिषद और युगवाणी से जुड़ाव लंबा सफर तय किया है।
मोहनलाल भट्ट*
भिलंगना ब्लॉक के मोहन लाल भट्ट, मदन सिंह राणा, त्रेपन सिंह चौहान लगातार आंदोलन में सक्रिय रहे। धूम सिंह जखेड़ी, लक्ष्मण सिंह राणा का शानदार योगदान रहा।
शरणानंद तिवाडी, रूपशा शाह आदि ग्राम प्रधान मार्च 1987 की पौड़ी रैली में शामिल हुए थे। 2 अगस्त 1994 को पौड़ी में बडोनी जी के नेतृत्व में शुरू हुए निर्णायक आंदोलन में टिहरी जिले के ग्राम प्रधानों की बड़ी भूमिका रही थी। जारी….।