कोविड-19 महामारी में होम्योपैथिक चिकित्सकों ने की सेवा में लिये जाने की मांग
नई टिहरी, 10 मई 2021। गढ़ निनाद ब्यूरो।
*होम्योपैथिक चिकित्सक कोरोना में आये आगे, सरकार से की सेवा की मांग।
*राज्य में 1300 होम्योपैथिक चिकित्सक पंजीकृत।
*राज्य में पंजीकृत सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों ने लिया है कोविड-19 सम्बन्धी प्रशिक्षण।
*सरकार को चिकित्सकों की कमी पूरा करने का दिया भरोसा।
होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन, के प्रदेश अध्यक्ष डा0 हेमंत सिंह चौहान के द्वारा वर्चुअल मीटिंग में कहा गया कि कोरोना महामारी में होम्योपैथिक चिकित्सा के चिकित्सकों के द्वारा लाखो लोगो को इम्यूनिटी बूस्टर दवा का वितरण किया गया है जिससे पूरे देश में लाखो लोगो को स्वास्थ्य लाभ पहुँचाया गया है।
डा0 गोविन्द सिंह रावत, प्रदेश महासचिव द्वारा कहा गया कि मा0 मुख्यमंत्री जी जहां इस महामारी में राज्य में चिकित्सकों की कमी होने को कह रहे है और सेवाकाल पूर्ण करने वाले चिकित्सको से सेवा की गुहार लगा रहे है, जबकि कोविड-19 महामारी में 60 साल से अधिक वर्ष के लोगो को अधिक खतरा होने का अंदेशा है।
कहा कि वर्तमान सरकार के द्वारा होम्योपैथिक चिकित्सकों की उपेक्षा की जा रही है। होम्योपैथिक चिकित्सा के सभी चिकित्सकों को उत्तराखंड होम्योपैथिक विभाग के द्वारा कोविड-19 सम्बन्धी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। जहां एक दशक से भी अधिक का समय होने को है किन्तु होम्योपैथिक चिकित्सको की नियुक्ति नहीं की गई है। राज्य में 1300 से अधिक होम्योपैथिक चिकित्सक पंजीकृत हैं और सरकार से नियुक्ति प्रक्रिया आरम्भ करने की मांग करते हैं।
प्रदेश सचिव डा0 एम0एस0 रावत के द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में कोविड -19 के दृष्टिगत वर्तमान परिस्थितियों में राज्य की जनता के स्वास्थ्य लाभ हेतु पहाड़ के बेरोजगार होम्योपैथिक चिकित्सको से सेवा ली जाए जिससे राज्य में चिकित्सकों की कमी पूरी होगी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओ में सुधार किया जा सकता है। मीटिग में राज्य के 1300 होम्योपैथिक चिकित्सक चिकित्सको के द्वारा प्रतिभाग किया गया।