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राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व की कमान किसी महिला के हाथ में होने से ही होगा कल्याण

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डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल का स्वार्थ रहित मार्गदर्शन दे सकता है दूरगामी परिणाम

देहरादून 29 अक्टूबर 2022। ज्योतिष शास्त्र के प्रकांड विद्वान और राजकीय शिक्षक संघ के वरिष्ठ सदस्य आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा है, कि राजकीय शिक्षक संघ की कमान वर्तमान ग्रह स्थिति के अनुसार किसी महिला शिक्षक नेत्री को सौंपने पर ही शिक्षकों का कल्याण होगा अन्यथा समस्याएं सुलझने के बजाय और भी उलझती रहेंगी।

अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए अंतरराष्ट्रीय जगत मे प्रसिद्ध डॉक्टर चंडी प्रसाद ने ज्योतिषीय विश्लेषण करते हुए बताया कि राजकीय शिक्षक संघ को 27 नवंबर 2008 के अपराहन में शासन से मान्यता मिली थी ,उस समय सौरमंडल में मेष लग्न चल रहा था जिसका स्वामी मंगल है और वृश्चिक राशि पर चंद्रमा था उसका स्वामी भी मंगल है , परंतु लग्न का स्वामी होकर वह मंगल अष्टम स्थान में बैठा था ,और उसके साथ बुध, चंद्रमा और सूर्य भी थे ,लग्नेश के सूर्य के साथ बैठने की वजह से ही संघ के प्रभाव में कमी रही नेतृत्व हमेशा राजनीति के सामने दबा रहा, दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है, कि उस समय शनि की दशा चल रही थी जो 12 सितंबर 2020 को खत्म हुई, इस बीच 24 अप्रैल 2015 से राहु की अंतर्दशा प्रारंभ हुई जो 3 मार्च 2018 तक रही इसीलिए 2017 में जो संघ का प्रांतीय चुनाव हुआ चुने हुए नेतृत्व पर लगातार उंगलियां उठती रही है।

सौर मंडल के मर्मज्ञ आचार्य घिल्डियाल विस्तृत विश्लेषण करते हुए बताते हैं ,कि 12 सितंबर 2020 से राजकीय शिक्षक संघ पर बुध की महादशा प्रारंभ हो रखी है ,जो 12 सितंबर 2037 तक रहेगी 9 फरवरी 2023 तक बुध की ही अंतर्दशा भी रहेगी, उसके बाद 6 फरवरी 2024 तक केतु की अंतर्दशा रहेगी फिर 2 साल के लिए शुक्र की अंतर्दशा आ जाएगी, डॉक्टर घिल्डियाल के अनुसार शनि, बुध और शुक्र स्त्री ग्रह है ,इससे राजकीय शिक्षक संघ का प्रांतीय नेतृत्व यदि वर्तमान स्थितियों में स्त्रियों के पास चला जाता है ,तो निश्चित रूप से सभी समस्याओं का समाधान होता चला जाएगा अन्यथा समस्याएं और ज्यादा उलझती चली जाएंगी और शिक्षक एक बार फिर से स्वयं को ठगा सा महसूस करेंगे।

ज्योतिष शास्त्र के निर्णय सिंधु कहलाने वाले डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल स्पष्ट रूप से कहते हैं, कि शिक्षकों को चाहिए कि वर्तमान में व्यर्थ की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से दूर रहकर किसी सुयोग्य महिला शिक्षिका को प्रांतीय अध्यक्ष का पद सौंप देना चाहिए उन्होंने कहा कि,पुरुष शिक्षक विकास खंडों एवं जनपदों तथा मंडल का नेतृत्व करें और प्रांतीय नेतृत्व महिलाएं करें तो समस्याओं का समाधान होता चला जाएगा।

डॉक्टर घिल्डियाल ने तार्किक विश्लेषण करते हुए यह भी कहा कि जिस समय राजकीय शिक्षक संघ को मान्यता मिली थी उस समय निदेशक भी महिला श्रीमती पुष्पा मानस थी वह भी कन्या राशि थी, बुद्ध जिसका स्वामी है और श्री हरीश चंद्र जोशी सचिव थे, जो कर्क राशि के थे जिसका स्वामी चंद्रमा है, वह भी स्त्री ग्रह है इसलिए इस समय प्रांतीय नेतृत्व स्त्रियों को सौंप देना ही ग्रह स्थिति के अनुसार बुद्धिमानी होगी।

विदित है कि राजकीय शिक्षक संघ का प्रांतीय चुनाव वर्ष 2017 के बाद अभी तक नहीं हो पाया है जबकि दो साल के लिए कार्यकारिणी चुनने का प्रावधान रहा है और उसके बाद लगातार राजकीय शिक्षक संघ आपस में ही उलझ कर रह गया है जिसके परिणाम स्वरूप शिक्षकों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है, और वर्तमान में फिर से तरह-तरह के वायदो के साथ शिक्षक नेता प्रांतीय चुनाव लड़ने की तैयारी में है ,ऐसे समय पर प्रख्यात ज्योतिषी डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल जो स्वयं भी राजकीय शिक्षक संघ के वरिष्ठ सदस्य हैं और वर्ष 2017 में प्रांतीय अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुके हैं, और वर्तमान में भी शिक्षक उनके प्रांतीय चुनाव लड़ने का इंतजार कर रहे हैं उनका इस प्रकार स्वार्थ रहित ज्योतिषीय मार्गदर्शक बयान शिक्षक समाज के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।


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