सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, बस धैर्य पूर्वक परिश्रम करना है: डॉक्टर घिल्डियाल
श्रीनगर गढ़वाल 27 जनवरी। सफलता के लिए कोई शॉर्टकट मार्ग नहीं होता है, बस लगन पूर्वक और धैर्य पूर्वक परिश्रम करना ही इसका मूल मंत्र है, और यदि सफलता नहीं भी मिलती है तो फिर से प्रयास प्रारंभ कर देना चाहिए।
यह कहना है शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का वह आज राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में परीक्षा पर कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक_ शिक्षिकाओं को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने कहा कि यह आवश्यक नहीं है, कि सभी बच्चे प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो कुछ बच्चे कब मेरिट में भी उत्तीर्ण हो सकते हैं, जीवन बहुत सारे कार्यों के लिए बना होता है, इसलिए बच्चे धैर्य पूर्वक निष्काम कर्म करते हुए बोर्ड परीक्षाओं के लिए परिश्रम करें,किसी प्रकार दबाव में अथवा डिप्रेशन में आने की आवश्यकता नहीं है।
सहायक निदेशक ने कहा कि आज बहुत अच्छा समय है ,जब स्वयं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री छात्र-छात्राओं को परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन करने के लिए सामने आते हैं, इससे बच्चों का मनोबल ऊंचा होता है, इसका अनुभव उन्हें विभिन्न विद्यालयों में जाने से हो रहा है।
सहायक निदेशक के प्रथम बार विद्यालय में पहुंचने पर प्रधानाचार्य सुमन लता पवार ने सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को साथ में लेकर पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए कहां कि एक विद्वान और कुशल प्रशासक अधिकारी के रूप में जिनकी छवि पूरे प्रदेश में है, उनके आने से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों का नैतिक एवं मनोबल ऊंचा हुआ है। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता सरिता उनियाल ने किया।
मौके पर संगीत शिक्षिका लतापांडे, वरिष्ठ प्रवक्ता श्रीमती लक्ष्मी राय, प्रभा कुंवर , दीना कुकसाल, रोशनी, केडीपुरोहित ,पूनम रावत, मंजू जुयाल, संध्या आदि उपस्थित सभी छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।