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छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करें प्रधानाचार्य- डॉक्टर घिल्डियाल

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गोपेश्वर 30 मार्च । सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा है, कि शिक्षा के परंपरागत ढांचे को बचाए रखने के लिए प्रधानाचार्यो को नवीन शिक्षा सत्र में छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा।

सहायक निदेशक आज १००८ सच्चिदानंद संस्कृत महाविद्यालय मंडल में जनपद के समस्त प्रधानाचार्यो एवं वरिष्ठ शिक्षकों की आवश्यक बैठक में बोल रहे थे, उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवियों का विभाग होने से शिक्षा और विशेष रूप से संस्कृत शिक्षा ऐसा विभाग है, जिसमें अधिकारों से पहले कर्तव्यों पर चर्चा होती है, और देवभूमि होने से उत्तराखंड की तरफ पूरे देश दुनिया की नजर होती है, संस्कृत शिक्षा में यहां से दिया हुआ संदेश पूरे विश्व का मार्गदर्शन करता है, इसलिए यहां पर प्रधानाचार्यो एवं शिक्षकों को अपने विशेष आचरण के द्वारा दुनिया का मार्गदर्शन करना है।

डॉ घिल्डियाल ने कहा कि वह 20 मार्च से जनपद के भ्रमण पर हैं, इस दौरान उन्होंने प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों का निरीक्षण किया है ,साथ ही अन्य विभागों को भी मुख्य सचिव द्वारा फरवरी 2024 में निर्देश दिए गए थे, कि सभी विभागों के बोर्ड संस्कृत भाषा में भी लिखे होंगे उसके लिए भी उन्होंने सभी विभागों को इसका विधिवत पालन करने के लिए कहा है, और जहां परेशानी हो रही है संस्कृत शिक्षा विभाग का सहयोग लेने के लिए कहा हैं।

बैठक में छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने के साथ-साथ शैलेश मटियानी पुरस्कार, राज्य में चल रहे लोकसभा चुनाव में लोक सेवक का कर्तव्य एवं अन्य बहुत सारे गंभीर विषयों पर विचार विमर्श हुआ। विद्यालय परिसर में पहुंचने पर सहायक निदेशक ने सर्वप्रथम बहु उपयोगी जामुन के पौधों का विद्यालय परिसर में रोपण किया।आज सत्र का अंतिम दिवस होने की वजह से सहायक निदेशक ने गृह परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा फल वितरित करने के साथ-साथ परीक्षाओं को पारदर्शी ढंग से संपादित करने के लिए परीक्षा प्रभारी अतुल बड़थ्वाल को भी सम्मानित किया।

बैठक की अध्यक्षता मंडल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जनार्दन प्रसाद नौटियाल ने की। बैठक में वेद वेदांत संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर देवेश्वर थपलियाल, महाविद्यालय सिमली के प्रभारी प्राचार्य इंद्रलाल आर्य , कमेड़ा के प्राचार्य हरीश तोपवाल, गोचर से दिवाकर थपलियाल सहित सभी प्रधानाचार्य एवं वरिष्ठ शिक्षक उपस्थित रहे।


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