अनुसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में ऐपण कला प्रदर्शनी का आयोजन
अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग, 19 अक्टूबर 2024 । अनुसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग द्वारा आज ऐपण कला कार्यशाला के अंतर्गत एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। ऐपण कला, जो उत्तराखंड की पारंपरिक लोक कला है और मूलतः कुमाऊं क्षेत्र से संबंधित है, अब राज्य के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय हो रही है। विशेष अवसरों, घरेलू समारोहों और धार्मिक अनुष्ठानों में इस कला का प्रयोग शुभता और सौंदर्य के प्रतीक के रूप में किया जाता है।
प्रदर्शनी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दलीप बिष्ट ने किया। उन्होंने छात्राओं को उत्तराखंड की समृद्ध लोक कला के महत्व से अवगत कराते हुए उनके रचनात्मक प्रयासों की सराहना की। बीए तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं ने प्रदर्शनी में उत्साहपूर्वक भाग लिया और ऐपण कला का उपयोग कर आकर्षक सजावटी थालियाँ, मिट्टी के दिए, दीपावली और करवाचौथ के लिए विशेष तोरण बनाए।
प्रदर्शनी में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, प्राध्यापिकाएँ, और कर्मचारीगण उपस्थित रहे। उन्होंने छात्राओं की हस्तकलाओं की प्रशंसा की और निर्मित वस्तुओं का क्रय भी किया, जिससे छात्राओं के भीतर उद्यमिता का भाव विकसित हुआ। इस प्रयास ने छात्राओं को कला के माध्यम से आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रेरित किया।
इस आयोजन का सफल संचालन गृह विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका श्रीमती प्रीति बर्तवाल ने किया। विभाग की लैब असिस्टेंट श्रीमती दीपिका कुंवर और अनुसेवक श्रीमती शर्मिला ने भी महत्वपूर्ण सहयोग दिया। प्रदर्शनी में भाग लेने वाली छात्राओं के उत्साह और प्रयास ने प्रदर्शनी को अत्यंत सफल और प्रेरणादायक बना दिया।
यह प्रदर्शनी न केवल छात्राओं की कला प्रतिभा को मंच प्रदान करने में सफल रही, बल्कि उत्तराखंड की पारंपरिक लोक कला के संरक्षण और प्रसार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।