स्वावलंबी बनकर पूरा करें विकसित भारत का लक्ष्य

ऋषिकेश। पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत भावी उद्यमियों को संबोधित करते हुए उद्यमिता विकास केन्द्र देहरादून के शशि भूषण बहुगुणा ने वर्तमान समय में उद्यमिता के क्षेत्र में विकसित होते नए अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान की ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जैव उत्पादो कि देश-विदेश में तेजी से मांग बढ़ रही है। छात्र/ छात्राएं इस दिशा में अपने व्यवसाय को विकसित कर सकते हैं।
इस अवसर पर स्थानीय एंटरप्रेन्योर सुनील सैनी ने श्यामपुर के पास विकसित हर्बल स्ट्रौबरी फार्म का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि उन्हें जैव उत्पादों के उत्पादन से रोजगार सृजन के साथ ही बेहतर वित्तीय लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने अपने अनुभव छात्र/छात्राओं से साझा किया ।
इस कार्यक्रम में उपस्थित दूसरी एंटरप्रेन्योर साक्षी राणा ने मूर्तियों के लिए हस्तशिल्प द्वारा निर्मित डिजाइनर वस्त्रो के बारे में लोगों को जानकारी दी ।उन्होंने बताया कि इस्कॉन को भी डिजाइनर ड्रेस की आपूर्ति की है।
इस कार्यक्रम में उद्यमिता विकास केंद्र अहमदाबाद के प्रोजेक्ट अधिकारी अभिषेक नंदन ने स्थानीय संसाधनों पर आधारित उत्पादों के विकास के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी लोगों को दी ।
ऋषिकेश उद्यमिता विकास केंद्र के मैटर प्रोफेसर धर्मेंद्र तिवारी ने छात्र/छात्राओं को उद्यमिता के क्षेत्र में नए आइडिया विकसित करने ,उनकी ब्रांडिंग करने, बाजार में अलग पहचान बनाने तथा बाजार प्रतिस्पर्धा के संबंध में आने वाली समस्याओं और उनसे निपटने के उपाय को साझा किया।
डायल ऋषिकेश की बिना ज़ख्मोला ने उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर रखने के विभिन्न विकल्प छात्र/छात्राओं को सुझाए।
इस कार्यक्रम में तीन छात्र/छात्राओं ने स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्वयं के द्वारा बनाए गए बिच्छू घास से निर्मित शैंपू ,कांडली चाय, एलोवेरा जेल का प्रदर्शन भावी उद्यमियों के सामने किया।
इस कार्यक्रम का संचालन मेंटर प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे ने किया।उद्यमिता विकास कार्यक्रम में 45 से अधिक छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे ।