टिहरी बाँध हेतु अधिग्रहित भूमि का मुआवजा न मिलने पर ग्रामीणों ने की न्याय की मांग

टिहरी गढ़वाल 25 अगस्त। ग्राम इणिया द्वितीय की अधिग्रहित भूमि का अब तक मुआवजा न मिलने पर ग्रामीणों और कारस्तकारों ने जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी भूमि टिहरी बाँध परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई थी, लेकिन अधिग्रहण के समय किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया गया। भूमि अधिग्रहण वर्ष 1982-83 में हुआ था, किंतु आज तक विभागीय अभिलेखों में दर्ज होने के बावजूद प्रभावित कारस्तकारों को न तो नई दरों पर प्रतिकर मिला और न ही भूमि वापस की गई।
ग्रामीणों ने कहा कि यदि अधिग्रहित भूमि का उपयोग प्रस्तावित परियोजना में नहीं हुआ है, तो उसे कारस्तकारों के नाम वापस किया जाए या फिर नई दरों से मुआवजा दिया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इणिया द्वितीय की भूमि पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाता है, तो सर्वप्रथम ग्रामवासियों और कारस्तकारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इस मौके पर ज्ञापन देने वालों में जगजीत सिंह नेगी (एडवोकेट, महामंत्री नागरिक मंच टिहरी गढ़वाल), जसपाल सिंह रावत (पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य खेमड़ा बागी), रणजीत सिंह नेगी, जीत सिंह रावत, विक्रम सिंह गुसाईं, विजय सिंह नेगी (सभी पूर्व सैनिक), सीता देवी, उमा देवी, सरस्वती देवी, उर्मिला नेगी और राजेंद्र सिंह नेगी (पूर्व प्रधान खेमड़ा) सहित अनेक ग्रामीण शामिल रहे।