आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने जियो प्लेटफॉर्म की वैल्यू 148 अरब डॉलर आंकी, IPO पर बढ़ी उम्मीदें
मुंबई, 24 अक्तूबर 2025 । देश की अग्रणी ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड की इक्विटी वैल्यू को बढ़ाकर 148 अरब डॉलर (लगभग 13,000 अरब रुपए) कर दिया है। यह पिछली फर्म जे पी मॉर्गन के 136 अरब डॉलर के अनुमान से करीब 12 अरब डॉलर अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025–2028 के बीच कंपनी का EBITDA/PAT CAGR 18–21% की दर से बढ़ेगा और फ्री कैश फ्लो 558 अरब रुपए तक पहुंच सकता है। ब्रोकरेज ने स्पेक्ट्रम कीमतों में कमी की संभावना जताई है, जिससे जियो को लाभ मिलेगा।
रिलायंस की AGM में चेयरमैन मुकेश अंबानी पहले ही वर्ष 2026 की पहली छमाही में जियो का IPO लाने का संकेत दे चुके हैं। विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा वैल्यूएशन अपग्रेड से निवेशकों का उत्साह और बढ़ेगा।आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भारती एयरटेल के रेटिंग को भी अपग्रेड करते हुए उसका टारगेट प्राइस ₹1960 से बढ़ाकर ₹2400 किया है। रिपोर्ट में जियो के नॉन-कनेक्टिविटी बिजनेस की वार्षिक वृद्धि दर 46.7% बताई गई है, जिसमें AI, डिजिटल सॉल्यूशंस और 6जी पेटेंट जैसी नई पहलें शामिल हैं।
रिलायंस बोले – यूरोपियन प्रतिबंधों के अनुरूप रिफाइनरी संचालन समायोजित होंगे
मुंबई – रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा है कि वह यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा रूस से कच्चे तेल के आयात एवं यूरोप को रिफाइंड प्रोडक्ट्स के निर्यात पर लगाए गए हालिया प्रतिबंधों का अध्ययन कर रही है।कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, “हम नई कंप्लायंस ज़रूरतों का आकलन कर रहे हैं और भारत सरकार से मिलने वाले दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। रिलायंस सदैव भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
”प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अपनी बेदाग कंप्लायंस रिकॉर्ड को बनाए रखते हुए रिफाइनरी ऑपरेशंस में आवश्यक समायोजन करेगी। सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट बदलती परिस्थितियों के अनुसार संशोधित होते रहेंगे, पर विविध स्रोतों से तेल आपूर्ति की रणनीति रिफाइनरी की स्थिरता व विश्वसनीयता सुनिश्चित करेगी।
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