वनकर्मी टाइगर हमले से मौत
रविवार देर शाम लेंसडाउन प्लेनरेंज के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में टाइगर ने वनकर्मी पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। टाइगर द्वारा हमले के दौरान वनकर्मी गश्त पर था। घटना की सूचना मिलने पर विभाग द्वारा कई टीमें गठित कर देर रात तक जंगल में कोम्बिंग कर वन कर्मी के शव को ढूंढने का प्रयास किया गया, लेकिन रात के अँधेरे में वनकर्मी का शव नहीं मिला।
पुनः आज सोमवार सुबह शव को खोजने के लिए गठित टीमों द्वारा प्लेन रेज के चोखम्बा क्षेत्र में झाडियों के बीच वनकर्मी का शव पड़ा हुआ दिखा। शव मिलने की सूचना विभाग के उच्च अधिकारियों को दी गयी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
इससे पूर्व भी विगत 15 जुलाई को कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग लेंसडाउन की प्लेनरेंज में गश्त पर गई टीम पर टाइगर ने हमला कर दिया था, हमले में एक फायर वाच मैन की मौत हो गई थी।
षेत्र में लगातार हो रही वन्य जीव हमले की घटनाओं को देखते हुए जान का नुकसान होते देखकर माना जा सकता है कि वन विभाग कर्मियों व क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा के प्रति लापरवाह बना हुआ है। वन्य जीव हमले में कर्मियों की जान का नुक्सान होने पर भी विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये हैं।