खुश खबरी: श्रीकोट माल्डा में ही बनेगी अकादमी: सरकार का ‘यूटर्न’, क्षेत्र में खुशी की लहर
गढ़ निनाद न्यूज़ * 7 अगस्त 2020
नई टिहरी: टिहरी जिले के लिए यह समाचार किसी खुशखबरी से कम नहीं है। देवप्रयाग विधानसभा के लिए स्वीकृत एनसीसी अकादमी अब देवप्रयाग में ही खुलेगी। अकादमी को लेकर जयपाल सिंह पंवार संयोजक एनसीसी बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में जहां क्षेत्रवासियों का लंबा संघर्ष और याचिकाकर्ता गबर सिंह बंगारी की मेहनत रंग लायी है वहीं क्षेत्रीय विधायक एवं सरकार की किरकिरी हुई है। इस मौके पर क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों व संघर्ष समिति से जुड़े लोगों ने मिष्ठान वितरण कर खुशी जताई।
माल्डा में ही बनेगी अकादमी
अब उत्तराखंड के श्रीकोट माल्डा टिहरी गढ़वाल में ही बनेगी एनसीसी अकादमी। राज्य सरकार द्वारा हाईकोर्ट को इस निर्णय की जानकारी दी गयी है। इसके बाद हाईकोर्ट में एनसीसी अकादमी को टिहरी के बजाय पौड़ी शिफ्ट करने के विरोध में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने हरी झंडी दिखाई है। कोर्ट ने सरकार की ओर से दिए गए जबाब के बाद याचिका का निस्तारण कर दिया है।
सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि अकादमी अब पौड़ी नहीं बल्कि टिहरी में ही बनेगी। इसके बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता की याचिका निस्तारित कर दी है। इस मौके पर आंदोलन से जुड़े तमाम लोगों ने मिष्ठान वितरण कर खुशी का इज़हार किया।
2014 में स्वीकृत हुई थी अकादमी
हाईकोर्ट के मुख्य कार्यवाहक न्यायाधीश रवि कुमार मलिमथ एवं न्यायमूर्ति एनएस धानिक की खंडपीठ के समक्ष उक्त मामले की सुनवाई हुई। उक्त जनहित याचिका पूर्व सैनिक गबर सिंह बंगारी ने हाईकोर्ट में दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि 2014 में केंद्र सरकार ने टिहरी जिले के देवप्रयाग विधानसभा अंतर्गत श्रीकोट माल्डा में एनसीसी अकादमी स्थापित करने का निर्णय लिया था।
तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किया था शिलान्यास
तत्कालीन हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के अथक प्रयासों से यह संभव हो पाया था। अकादमी के लिए भूमि का सर्वे करने के उपरांत तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसका शिलान्यास किया था।
2017 में हुई पौड़ी ले जाने की घोषणा
किन्तु 2017 में सरकार बदलते ही त्रिवेंद्र सरकार में आनन फानन में कैबिनेट से प्रस्ताव पास कर इसे पौड़ी ले जाने की घोषणा कर दी थी। तब से लगातार एनसीसी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विकास खंड मुख्यालय में आंदोलन चलता रहा।
पंचायत से जिला स्तर पर चला आंदोलन
पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी के नेतृत्व में एक विशाल रैली जिला मुख्यालय पर भी निकाली गई थी। जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर आंदोलन हुआ। विकास खंड मुख्यालय हिन्डोला खाल में अकादमी को लेकर अनवरत आंदोलन चलता रहा।
बंगारी ने लगाई जनहित याचिका
सरकार के इस तुगलकी निर्णय के बाद तथा आंदोलन के लंबे चलते पूर्व सैनिक गबर सिंह बंगारी ने एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में लगा दी थी। जिस पर कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद याचिका को निस्तारित कर दिया है।
सीएम, डीएम , डीएफओ बने पक्षकार
बता दें कि याचिका में मुख्यमंत्री को भी पक्षकार बनाया गया था। कोर्ट ने इस मामले में सरकार के साथ साथ डीएम टिहरी व डीएफओ से जबाब दाखिल करने को कहा, लेकिन दोनों के जबाब परस्पर विरोधी रहे। एक में अकादमी स्थल को वन भूमि में बताया तो दूसरे में वन भूमि नहीं होना बताया।
कोर्ट ने पूछा क्या अकादमी शिफ्ट किया जा रहा है? सरकार ने किया इंकार
मामले में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि कुमार मलिमथ और न्यायमूर्ति एनएस धानिक की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान सरकार से पूछा कि क्या अकादमी को टिहरी शिफ्ट किया जा रहा है। इस पर सरकार की ओर से शिफ्टिंग से इंकार कर दिया। इस पर कोर्ट ने बयान दर्ज करने के बाद उक्त जनहित याचिका का निस्तारण कर दिया है।
क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर
कोर्ट के इस फैसले पर संघर्ष समिति के संयोजक जयपाल पंवार, याचिकाकर्ता गबर सिंह बंगारी और एनसीसी अकादमी को लाने वाले पूर्व मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी समेत तमाम राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है। पूर्व विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी ने सभी लोगों को बधाई दी है।