अशोक गहलोत सरकार ने जीता विश्वास मत: भाजपा ने लिया ‘यू टर्न’ नहीं लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
राजस्थान: 14 अगस्त 2020। राजस्थान में आखिरकार गहलोत सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। आज शुक्रवार को विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हुआ। सरकार ने सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव रखा था। विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सत्य की जीत होगी और वही हुआ।
उधर मुख्य विपक्षी दल भाजपा अब गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास मत नहीं लाएगी। भाजपा ने इससे पहले आज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की थी। बाद में ‘ यू टर्न ‘ ले लिया।
जिसने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की थी, अब यू-टर्न ले लिया है। भाजपा अब भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी। विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सत्य की जीत होगी।
अशोक गहलोत ने लगभग चार बजे विश्वास मत हासिल किया।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि अगर हम सरकार को गिराना चाहते तो हम अविश्वास प्रस्ताव लाते।
चर्चा के दौरान सीपीएम विधायक बलवान पुनिया ने कहा कि मैं विश्वास प्रस्ताव का समर्थन करता हूं। मैं चाहता हूं कि सरकार अपने काम पर केंद्रित रहे और इसे अस्थिर करने के प्रयासों से विचलित न हो।
विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी सीट में हुए बदलाव के बारे कहा कि उनकी सीट बदल दी गई है। क्योंकि वह पहले सदन में वहां बैठते थे। जहां प्रोटोकॉल और सरकार के संरक्षण में मंत्री बैठते थे। अब वह एक नियमित विधायक के रूप में बैठे हैं। जिसका कर्तव्य अपनी सरकार के लिए लड़ना है।
उन्होंने कहा कि जो लोग पिछले महीने में क्या हुआ, इस बारे में सवाल उठा रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं- हमने अपने परिवार के भीतर कुछ मुद्दों को उठाया, हमने इसे आपस में सुलझा लिया। मैं अपनी सरकार की रक्षा के लिए, सड़कों पर भी लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध हूं।
बता दें कि विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले गुरुवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई। इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही। लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से अंत करते हुए दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात की थी।