जिलाधिकारी ने किया डोबरा चांठी पुल का निरीक्षण
हैलीपेड की खराब गुणवत्ता पर ईई को लगाई फटकार
गढ़ निनाद न्यूज़* 11 सितंबर 2020
नई टिहरी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने इंजीनियरों के साथ डोबरा-चांठी पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुल पर बिछाए गए मास्टिक की बारीकी से जांच की। इंजीनियरों ने बताया कि मास्टिक प्राॅपर तरीके से बिछाया गया है। पुल पर मास्टिक के ऊपर करीब आठ हजार मीटर की सीलिंग लगाई गई थी जिसमें से अप्रोच ब्रिज पर 100 मीटर सीलिंग पर हल्की सीलन आ गई थी। जिसे ठीक कर लिया गया है।
शुक्रवार देर सांय को डीएम घिल्डियाल ने प्रशासनिक अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ डोबरा-चांठी पुल का निरीक्षण किया। बीते दिनों सोशल मीडिया पर पुल पर क्रेक पड़ने की खबरें वायरल हुई थी। डीएम ने ईई निर्माण खंड व प्रोजेक्ट मैनेजर एसएस मखलोगा से तकनीकी को लेकर सवाल-जबाव किए।
उन्होंने बताया कि 440 मीटर स्पाॅन के मुख्य पुल सहित अप्रैच ब्रिज पर मास्टिक बिछाया गया है। मास्टिक छह-छह पट्टियों में बिछाया जाता है और उसके ऊपर सीलिंग होती है। लोनिवि प्रांतीय खंड के ईई केएस नेगी, चंबा के ईई एनएस खोलिया, पीएमजीएसवाई के आरपी पंत सहित सभी इंजीनियरों ने बताया कि पुल बेहतरीन तकनीकी के साथ बनाया गया है। बताया कि चांठी साईड से अप्रोच ब्रिज पर 100 मीटर सीलिंग पर सीलन आ गई थी जिसे हटा लिया गया है। बताया कि इतनी बड़े स्पाॅन में सीलिंग पर सीलन आना सामान्य बात है। कहा कि इसके बाद पुल का प्रोफाइल करेक्शन किया जाएगा।
कोलकाता से कंस्लटेंट इंजीनियर आते ही वाहनों की ट्रायलिंग शुरू की जाएगी। इसके बाद डीएम ने डोबरा में आवंटित प्लाॅटों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि यहां पर आवंटित 120 प्लाॅटों पर दुकानें व अन्य निर्माण प्लानिंग से करें। भविष्य में डोबरा बड़ा पर्यटक स्थल बनेगा। उन्होंने लोनिवि चंबा के ईई एनएस खोलिया को डोबरा में निर्मित हेलीपैड़ की खराब गुणवत्ता पर फटकार लगाते हुए इसे ठीक करने के निर्देश दिए। कहा कि हेलीपैड़ के बीच में जमी घास तत्काल हटाएं। सीडीओ अभिषेक रूहेला को इसकी माॅनिटेरिंग करने के निर्देश दिए। कहा कि हेलीपैड़ के विस्तार का प्रस्ताव भी तैयार करें।