और डीएम मंगेश ने जान जोखिम में डाल पैदल ही नाप डाली घुतु से गंगी तक सड़क, सुनी समस्याएं
“गढ़ निनाद खबर का हुआ असर”
गढ़ निनाद न्यूज़* 14 सितम्बर 2020
घनसाली (लोकेंद्र जोशी की रिपोर्ट)।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल जाते जाते चुपचाप रविवार को सुबह 11 बजे गंगी गांव पहुंचे। दिनभर लोगों की समस्याएं सुनी। कई का निस्तारण भी किया। लोगों ने मुख्य रूप से गंगी से घुतु तक बंद पड़ी सड़क का मामला डीएम मंगेश घिल्डियाल के सामने रखी। उन्होंने सम्बंधित विभाग को यथाशीघ्र सड़क ठीक कर यातायात हेतु सुलभ कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के इस दौरे की किसी को भनक तक नहीं लगी। अल सुबह सीडीओ सहित नई टिहरी से घुतु के लिए रवाना हुए। विकास खंड भिलंगना के गुड्डू कस्बे से गंगी गांव के लिए पैदल ही निकल पड़े। बता दें कि घुतु से गंगी 20 किलोमीटर है। यानी कि 40 किलोमीटर पैदल आना जाना।
बता दें कि घुतु-गंगी मोटर मार्ग काफी महीनों से क्षतिग्रस्त है। लोग 20 किलोमीटर की दूरी पीठ पर बोझ लादकर घुतु आते हैं। इस खबर को गढ़ निनाद ने 10 सितम्बर को प्रमुखता से उठाया था। मोटर मार्ग का निर्माण पीएमजीएसवाई के द्वारा किया जा रहा है जो कि विगत वर्ष यातायात के लिए खुला था। उक्त मोटर मार्ग जगह-जगह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रखा है।
गढ़ निनाद ने यह खबर घुतू-गंगी मोटर मार्ग विगत पांच महीनों से बंद,कब जागेगी विभाग की नींद। जान जोखिम में डालकर घुत्तू पहुंचते हैं लोग। दिनांक 10 सितंबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल रविवार को अचानक गंगी गांव पहुंचे और लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने संबंधित विभाग के इंजीनियरों को तत्काल मोटर मार्ग ग्रामीणों के यातायात हेतु खोलने के निर्देश मौके पर दिए ।
आपको बताते चलें कि गंगी गांव जनपद टिहरी गढ़वाल और उत्तराखंड राज्य का सबसे बड़ा और सीमांत गांव है। जहां से पूर्व में तिब्बत से व्यापार होता था। इसके अलावा यह क्षेत्र सुंदर और रमणीक पर्यटक स्थल खतलिंग, महस्र ताल, रुद्रा देवी, बूढ़ा केदार,महासर ताल जैसे कई अलौकिक तीर्थों के लिए प्रसिद्ध है। पूरा का पूरा क्षेत्र चार धाम यात्रा की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है और गंगोत्री से केदारनाथ के लिए पौराणिक पैदल यात्रा मार्गों का मुख्य केंद्र है। यह क्षेत्र आज भी धार्मिक और साहसिक पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। किंतु सरकारी उपेक्षा के कारण और सुविधाओं के अभाव में पर्यटकों से दूर हो रखे हैं।
उत्तराखंड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी खतलिंग और उसके आसपास के क्षेत्र को पांचवा धाम घोषित करने के लिए बहुत संघर्षरत रहे और उनके द्वारा इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से खतलिंग से रुद्रा देवी तक कई बार पदयात्रा निकाली गई । जो कि ग्रामीणों के द्वारा आज भी संचालित की जाती है।
गंगी गांव की सड़क विगत कई महीनों से जगह जगह टूटने और मलवा आने के कारण क्षतिग्रस्त है और यातायात के लिए बंद पड़ी हुई है। ग्रामीणों को अपने घोड़े खच्चरों के साथ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।
घुत्तू से गंगी मोटर मार्ग की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। सड़क बंद होने के कारण कई वाहन बीच में फंसे होने के कारण खड़े हो रखे हैं और उनकी मशीनें जंग खा रही है। जबकि, वाहन स्वामियों को टैक्स भरना पड़ रहा है । उक्त मार्ग के छतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के साथ साथ पैदल यात्रा करने वाले यात्रियों (ट्रैकिंग दलों) को भी अपनी यात्रा कठिनाइयों से करनी पड़ रही है।
दूसरी ओर गंगी एवं रीह गांव के अलावा भिलंग क्षेत्र के गांव में नगदी फसल आलू आदि तैयार है। जोकि मोटर मार्ग के बाधित होने के कारण अपनी जगह पर खराब हो रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल को पीएमओ कार्यालय दिल्ली बुलाए जाने की खबर से जनपद वासियों में घोर निराशा का माहौल दिन भर रहा और उनके स्थानांतरण एवं प्रमोशन की चर्चा रही । जनपद टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड राज्य का अति पिछड़ा और समस्या ग्रस्त जनपद है। श्री घिल्डियाल के जनपद में जिलाधिकारी तैनात होने से जनपद वासियों में बहुत उम्मीद जगी थी। किंतु अचानक पीएमओ दफ्तर में बुलाए जाने से जनपद वासियों में मायूसी का का माहौल है।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के साथ जिला मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला पी.एम.जी.एस.वाई. के इंजीनियर आदि मौजूद रहे।