गढ़ कौथिग: सांस्कृतिक विरासत मेला बाल कलाकारों और साहब रमोला व आकांक्षा रमोला के साथ
गढ़ कौथिग: सांस्कृतिक विरासत मेला बाल कलाकारों और साहब व आकांक्षा रमोला के साथ
“आज मी भी आणु छ: गढ़ कौथिक मां”
२ नवंबर, देहरादून
सांस्कृतिक विरासत को निहारता गढ़ कौथिक मेला
गढ़वाल भ्रातृ मंडल संस्था – क्लेमेन्ट टाउन, देहरादून संस्था की ओर से आयोजित गढ़ कौथिक मेला आज दूसरे दिन अपनी चरम सीमा है। मेला परिसर में सुसज्जित स्टालों में सुबह से ही लोगों की बड़ी भीड़ लगी रही। स्टालों में पहाड़ी अनाज, अरसे, दालें व कपड़े व हस्तशिल्प से बनी आकृतिओं की दर्शकों द्वारा खूब खरीददारी की गयी।
कार्यक्रम की शुरुवात श्री सुधीर नौटियाल, निदेशक उद्योग के कर कमलों से दीप प्रज्वलित कर की गयी। तत्पश्चात स्थानीय बाल कलाकारों तथा संस्था की महिलाओं द्वारा भिन्न -२ प्रकार के कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी गयी। पलायन और अभिशाप विषय पर स्कूली बच्चों द्वारा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लिया गया, जिसमें बच्चों के विचारों से लोग काफी प्रभावित हुए।
सायं कालीन संध्या में कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात मुख्य अतिथि श्री सुनील उनियाल ‘गामा’ महापौर देहरादून, द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गयी। साथ की विशिष्ट अतिथि डॉ0 चेतन शर्मा, संस्थापक अध्यक्ष, वैलमेड हॉस्पिटल भी कार्यक्रम भी मौजूद रहे।
सांस्कृतिक संध्या में श्री साहब सिंह रमोला व श्रीमती आकांक्षा रमोला द्वारा शानदार प्रश्तुति ने सभी का मोह लिया। परिंदा व इमोशन डांस स्टुडिओं के माध्यम से भिन्न-२ प्रकार के नृत्य प्रश्तुत किये गए।
मेले में बच्चो ने झूलों का भी खूब आनंद लिया और तरह-२ के ब्यंजनों जिसमे मड़वे की रोटी, दाल की पकोड़ी, दाल भरी रोटी, अरसे, रायता, झगोरे की खीर आदि पहाड़ी भोजन का सभी दर्शाकों ने भरपूर आनंद लिया।
इस रौनक भरे मेले के आयोजन के दूसरे दिन संस्था के संरक्षक कर्नल (से. नि.) एच एम् बर्थवाल, अध्यक्ष श्री रघुनन्दन सिंह रावत, मेलाधिकारी जयपाल सिंह रावत, महासचिव सर्वेंद्र सिंह फरस्वान, सचिव दीपक नेगी, कोषाध्यक्ष नंदन कोठारी, मनोरंजन थपलियाल, अरुण थपलियाल, मिडिया प्रभारी रमेश रावत, उमराव सिंह गुसाईं, श्रीमत्ति यशवंती थपलियाल, रमेश चमोली, रंजन नौटियाल, राजुल नौटियाल, मान सिंह नेगी, बादर सिंह बिष्ट, कमल सिंह नेगी, सुन्दर लाल सेमवाल, हरीश चौहान, आर पी चमोली, आर सी एस रावत, श्रीमती सुषमा सजवाण चौधरी आदि उपस्थित रहे।