कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप से निपटने की युद्ध स्तर पर हो तैयारी -शांति प्रसाद भट्ट
नई टिहरी। जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति के पूर्व सदस्य और प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता शान्ति प्रसाद भट्ट ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर में वायरस के नए स्वरूप डेल्टा प्लस को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है, श्री भट्ट ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को युद्ध स्तर पर इस वायरस से निपटने की तैयारी करनी चाहिये।
टिहरी जिला प्रशासन और जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति के कामकाज की प्रशंसा करते हुए श्री भट्ट ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर सहित अनेकों कमियों के बाद भी जिस तरह से विगत वर्ष से जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति ने माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में प्रत्येक सप्ताह माननीय उच्च न्यायालय को जिले की रिपोर्टिंग की है, वह सराहनीय है, जिलाधिकारी सहित सभी स्टॉकहोल्डरस ने कोविड में सराहनीय कार्य किया है।
किन्तु अब समय आ गया है, कि पूर्व की भांति और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, आम जनमानस कोरोना वायरस को लेकर फिर से लापरवाह हो गया है, विगत दिनों माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने जिस प्रकार से सरकार के काम और तैयारियों को लेकर नाराजगी व्यक्त की गई थी , उससे सबक लेने की जरूरत है, और माननीय उच्च न्यायालय की लोक कल्याण की भावना को आत्मसात करते हुए, कोरोना के नए स्वरूप डेल्टा प्लस जो कि नवजात बच्चों को प्रभावित करेगा ऐसा विशेषज्ञों का मानना है, से निपटने के पुख्ता इंतजामों में जुटना होगा।
इसलिए मेरा आग्रह है कि निम्नलिखित कार्य शीघ्र किये जाएं:-
1:-माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा समय समय पर दिए गए आदेशों और विशेषकर दिनांक 23जून2021 को दिए आदेश का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।
2:-जनपद में आक्सीजन युक्त एम्बुलेंसो की संख्या बढ़ाई जाय, ओर अभी से इनके संचालन में स्टाफ सहित पेट्रोल डीजल आदि की भी पुख्ता व्यवस्था सुनिशित की जाय।
3:-जनपद की सभी chc, phc, जिला अस्पताल और संयुक्त चिकित्सालय में बच्चों के लिए अलग से वेंटिलेटरो की संख्या सुनिश्चित की जाय।
4:-सम्पूर्ण जनपद में जिन जिन अस्पतालों में वेंटिलेटर है, उनकी जांच परख समय रहते कर ली जाय ताकि एन वक्त पर कोई खराबी ना दिखे, यदि कोई खराब है तो समय रहते प्राथमिकता से ठीक करवा लिया जाय।
5:-जनपद में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति हेतु व्यापक प्लान तैयार किया जाय, ओर निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांटों को शीघ्र निर्मित कर सुचारु किया जाए।
6:-मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स, पी पी ई किट्स, ऑक्सोमीटर, थर्मामीटर, हाइपो क्लोराइड अम्ल, दवाइयां, विटामिन-सी, और जिंक की पर्याप्त आपूर्ति हेतु भी पुख्ता तैयारी की जाए।
7:-कोविड की तीसरी लहर को मध्यनजर रखते हुए, पुनः माइक्रो कन्टेंटमेंट जॉन बनाने हेतु समीक्षा की जाए, ताकि ग्राम पंचायत/नगर पालिका/पंचायत स्तर पर पूर्व की भाँति पुख्ता तैयारी की जा सके।
8:-कोरोना की पिछली लहर में QRT टीमो ने सराहनीय कार्य किया था, पुनः उनकी समीक्षा कर उन्हें और सशक्त बनाने हेतु उपकरणों से लैस किया जाए,ताकि वे पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में पूरी मदद पहुंचा सके।
9:-Rtpcr टेस्टिंग हेतु जिले में सेंटरों की संख्या बढ़ाई जाए, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे ओर अन्य राज्यो से आने वाले यात्रियों की जाँच में कोताही ना बरती जाए।
10:-यात्रा मार्गो पर भी पुख्ता इंतजामात किये जायें।
11:-लेबल वन के कोविड केयर सेंटरों की संख्या
ब्लाक/ तहसील वार बढाई जाय।
12:- अधिकारी/कर्मचारियों के ड्यूटी चार्ट को आपातकाल को मध्यनजर रख कर तैयार किया जाए।
13:-जिले के खाद्यान्न गोदामों को अतिरिक्त राशन आपूर्ति हेतु प्लान तैयार किया जाए,ताकि प्रत्येक राशन कार्ड धारक को 30-30 किलो गेहूं चावल और चीनी उपलब्ध हो सके।
14:-सरकार से आग्रह है, कि प्रत्येक किसान, गरीब मजदूर, मझोले व्यापारी, टैक्सी मैक्सी संचालको, ढाबे व्यवसायियों, और जूनियर अधिवक्ताओं को 7000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाय।
15:-वैक्सीनेशन अभियान को तेज किया जाय, ओर जिन्हें दूसरी डोज नहीं लगी है, उन्हें प्राथमिकता से शीघ्र दूसरी डोज उपलब्ध करवाई जाए, साथ ही वैक्सीनेशन हेतु जिले भर की Phc, Aphc को भी सेंटर बनाया जाए,ताकि सुदूरवर्ती इलाकों के लोग वैक्सीनेट हो सके।
16:-प्रत्येक ग्राम पंचायत/नगर पालिका/पंचायत स्तर पर आशा, एएनएम,आंगनवाड़ी सभी गर्भवती महिलाओ का विशेष ध्यान रखे, उनकी सूचना सम्बंधित phc,ओर chc पर भी उपलब्ध हो, साथ ही नवजात बच्चों की संख्या उम्र 0से 18 वर्ष तक और यदि कोई बच्चा पूर्व से किसी बीमारी से ग्रसित हो तो पुख्ता जानकारी उपलब्ध रहे।