आगामी विधानसभा चुनाव में महंगाई,बेरोजगारी और भ्रष्टाचार मुख्य चुनावी मुद्दा- धीरेंद्र प्रताप
नई टिहरी। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने सोमवार 27 सितंबर 2021 को ‘भारत बंद’ बुलाया है। कांग्रेस ने ‘भारत बंद’ को समर्थन देने की घोषणा की है। हम चाहते हैं कि सरकार किसानों से करे और उनकी मांग पूरी करे। इन तीन काले कानूनों को समाप्त करे।
उन्होंने टिहरी के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं व आमजन से किसान संगठनों व किसानों द्वारा 27 सितंबर को बुलाए गए शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है।
श्री धीरेंद्र प्रताप यहां टिहरी में कांग्रेस आउटरीच कमेटी की बैठक एवं कांग्रेस के युवा सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि शामिल होने आए थे।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि किसान पिछले नौ महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं, हमारी मांग है कि बिना चर्चा के लागू किए गए ये तीनों काले कानून तत्काल वापस लिए जाने चाहिए।
उत्तराखंड आंदोलन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड चिन्हित आंदोलनकारी मंच ने समय समय पर सरकार को आंदोलनकारियों को चिन्हित करने की मांग की है। अभी कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री जी ने पुनः आंदोलनकारियों को चिन्हित करने की बात कही है लेकिन मुझे लगता नहीं कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है।
उन्होंने कहा कि टिहरी क्रांतिकारियों की धरती है। उत्तराखंड आंदोलन में लोगों ने शहादत दी है। इसलिए सरकार को उनकी सभी मांगे पूरी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वनाधिकार को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता किशोर उपाध्याय जी द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है, सरकार को सभी मांगे स्वीकार करनी चाहिए।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा जी इस सरकार के राज में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर है। कांग्रेस इन तीन मुद्दों को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में जनता के बीच जाएगी और निश्चित तौर पर हम 2022 में फिर से सरकार बनाने में कामयाब होंगे । उन्होंने कहा पार्टी सभी विधानसभाओं में परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। अभी श्राद्ध पक्ष में फिलहाल रोक दी है नवरात्र में फिर से आरंभ करेंगे।
इस मौके पर वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता और पूर्व पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय ने उत्तराखंड आंदोलन एवं वनाधिकार को लेकर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में आउटरीच कमेटी के सदस्य शांति प्रसाद भट्ट, चंबा ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र डोभाल आदि शामिल रहे।