ऋषिकेश में फ्लड रेस्क्यू का अभ्यास कर रहे SDRF जवान, बाढ़ व जल दुर्घटनाओं के दौरान रेस्क्यू में मिलेगी मदद
ऋषिकेश 2 दिसम्बर। राज्य में चारधाम यात्रा के सकुशल समापन पर शीतकाल में जहाँ एक ओर SDRF टीमों द्वारा राज्यभर में व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण व जनजागरूकता अभियान संचालित किए जा रहे है, जिससे अधिकाधिक लोगों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जा सके।
वही दूसरी ओर श्रीमती रिधिम अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक, SDRF के निर्देशानुसार व श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF के पर्यवेक्षण में SDRF टीमों द्वारा अपनी कार्यदक्षता को बढ़ाये जाने हेतु विभिन्न चरणों मे रेस्क्यू तकनीकों का अभ्यास किया जा रहा है।
विगत कुछ समय में राज्य ने बाढ़ की विभीषका झेली है व साथ ही जल दुर्घटनाओं में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है जिस कारण अनेक लोगों ने अपनी जान गंवाई है जिसके दृष्टिगत SDRF में एक विशेषज्ञ फ्लड टीम का गठन भी किया गया है।
SDRF उत्तराखंड की फ्लड कम्पनी से इतर अन्य कंपनियों में नियुक्त जवानों की फ्लड रेस्क्यू के दौरान कार्यक्षमता व निपुणता बढ़ाये जाने हेतु फ्लड/ डीप डाइविंग टीम के प्रभारी निरीक्षक कवीन्द्र सजवाण व टीम के एक्सपर्ट प्रशिक्षक एस आई सचिन रावत, किशोर कुमार , मातबर सिंह, सुमित तोमर,रविंद्र, आदि द्वारा पशुलोक बैराज ऋषिकेश में फ्लड रेस्क्यू का अभ्यास कराया जा रहा है।
फ्लड रेस्क्यू अभ्यास के दौरान जवानों को तैरने व डूबते हुए व्यक्ति को बचाने की विभिन्न तकनीकों के साथ ही फ्लड रेस्क्यू उपकरणों जैसे लाइफ जैकेट, लाइफ बोया, अंडरवाटर ड्रोन, सोनार सिस्टम, रिमोट ऑपरेटेड लाइफ बोया, रेस्टट्यूब इत्यादि की विस्तृत जानकारी दी जा रही है व रिवर राफ्टिंग का अभ्यास भी कराया जा रहा है।