कविता
मेरी माटी मेरा देश, है जग में सबसे प्यारा मेरा देश।
कभी -कभी कुछ शरारती लोग कर रहे हैं बदनाम अपना देश।।
मत देना उनका साथ, जो करने में लगे हैं, बर्बाद अपना देश।
सींचा था अपने लहू से जिन्होंने यह देश।
मेरी माटी मेरा देश, है जग में सबसे प्यारा मेरा देश।
बस रखना है हमें याद, हमेशा उन्हें अपने मन में।
जो दे गये है जान ,हमें शान से जीने मे।
मेरी माटी मेरा देश ,है जग में सबसे प्यारा मेरा देश।
यह जाति, धर्म और भाषा , प्रांत के भेद , कर रहे हैं बर्बाद हर एक देश।
बस रहना है सावधान ,इन सभी से, चाहें हो वो खास कोई, हम सभी से।।
मेरी माटी मेरा देश ,हैजग में सबसे प्यारा मेरा देश।
वीरों के बलिदान से, हासिल है यह मुकाम हम सभी को , कैसे कर दें,बेकार उनके अनमोल लहू को।
मेरी माटी मेरा देश है जग में सबसे प्यारा मेरा देश।
हर एक हिन्दुस्तानी, करता है प्रणाम उन सभी को, जो मर गए हैं, अपनी इस जमीं को।
मां, बाप या भाई – बहन का प्यार न रोक सका, उनकी इस डगर को ।
मेरी माटी मेरा देश है जग में सबसे प्यारा मेरा देश।।
–डा.शशि बाला वर्मा
राजकीय महाविद्यालय पोखरी क्वीली।